झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

हजारीबाग में मिला मुर्दाखोर बिज्जू, गोताखोरों ने पकड़कर किया वन विभाग के हवाले

हजारीबाग में चयखुर्द में एक मर्दाखोर बिज्जू मिला है. बिज्जू एक घर के छत पर बैठा था. इस मामले की जानकारी जैसे ग्रामीणों को मिली वैसे ही मौके पर काफी भीड़ जुट गई. गांव के गोताखोरों ने काफी मशक्कत के बाद बिज्जू को पकड़ा और वन विभाग को इसकी जानकारी देकर वन अधिकारियों के हवाले कर दिया.

stir-after-getting-badger-in-hazaribag
हजारीबाग में मिला बिज्जू

By

Published : Oct 22, 2020, 9:15 PM IST

हजारीबाग: जिले में चयकलां पंचायत के ग्राम चयखुर्द में उस वक्त हड़कंप मच गया जब वहां एक घर के दीवार पर मुर्दाखोर बिज्जू (Honey Badger) दिखाई दिया. खतरनाक जंगली जानवर बिज्जू दिखाई देने के बाद से मौके पर तरफ अफरा तफरी मच गई. सभी लोग इधर से उधर भागने लगे तो कुछ लोग कब्र खोदकर मुर्दा खाने वाले जानवर बिज्जू का फोटो और वीडियो बनाने में जुट गए.

मुर्दाखोर बिज्जू



जिले के चयखुर्द गांव में एक घर के बाहरी दीवार के छज्जे पर बिज्जू बैठा दिखाई दिया. जैसे ही लोगों को इस बात की जानकारी मिली मौके पर लोगों की भीड़ देखने को उमड़ गई. यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. बिज्जू निकलने की खबर मिलते ही एक ओर लोग हैरान हो गए, तो कुछ लोग इस नजारे को देखने के लिए उस ओर निकल पड़े. बिज्जू देख कर सभी की आंख खुली की खुली रह गई. इस जानवर को पकड़ने के लिए गांव के ही गोताखोर टीम को बुलाया गया. काफी मशक्कत के बाद इस जंगली जानवर को पकड़ा गया. हालांकि पकड़े जाने के बाद भी यह जानवर भागने और हमला करने की पूरी कोशिश करता रहा. गोताखोर की टीम ने इसकी सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे और बिज्जू को अपने हवाले लिया.

इसे भी पढ़ें:- बरही से कोडरमा तक 2022 में बन कर तैयार हो जाएगी फोरलेन सड़क, बिहार-झारखंड के यात्रियों को मिलेगी राहत


बिज्जू (Honey Badger) की आंखें बेहद छोटी होती है. यह कब्रिस्तानों, तालाबों और नदियों के कगारों में 25-30 फीट लंबी मांद बनाकर रहता है. इसके शरीर का ऊपरी भाग भूरा, बगल और पेट काला, माथे पर चौड़ी सफेद धारी होती है. अपने लड़ाके स्वभाव और मोटी चमड़ी के कारण अन्य जानवर इससे दूर ही रहते हैं. यह पूर्णतया मांसाहारी होता है. ये जानवर रात में कब्रों को खोदकर मुर्दों को निकालकर खाता है. जंगलों में ये शहद खाता है. चमड़ी मोटी होने की वजह से इस पर मधुमक्खियों के डंक का कोई असर नहीं होता है. इसलिए इसे अंग्रेजी में हनी बैजर (Honey badger) यानी शहदखोर कहा जाता है. आमतौर पर ये जानवर मनुष्य को देखते ही भागते हैं, लेकिन यदि ये अधिक संख्या में हो तो घेरकर हमला बोल देते हैं. इन्हें वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची-1 के भाग (एक) में रखा गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details