हजारीबाग: सदर अस्पताल परिसर में संचालित रेडक्रॉस ब्लड बैंक का एसडीओ मेघा भारद्वाज ने औचक निरीक्षण किया. खून का अवैध कारोबार की शिकायत पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन को मिल रही थी, जिसके बाद एसडीओ ने ब्लड बैंक पहुंचकर मामले की जांच की.
रेडक्रॉस ब्लड बैंक का औचक निरीक्षण
'रक्तदान ही महादान' के संकल्प के साथ बल्ड बैंकों की ओर से शिविर लगाकर आम लोगों से खून लिया जाता है, लेकिन उन्हीं लोगों को जब खून की आवश्यकता पड़ती है तब ब्लड बैंक में खून आसानी से नहीं मिल पाता है. कई ब्लड बैंकों पर असामाजिक तत्वों ने खून की खरीद-फरोख्त का धंधा चला रखा है. इसी तरह के आरोप पिछले कुछ दिनों से जिले के सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पर लग रहा है. इस बात की सूचना जैसे ही जिला प्रशासन को मिली, वैसे ही इसकी जांच के लिए सदर एसडीओ मेघा भारद्वाज ने बल्ड बैंक का औचक निरीक्षण कर मामले की जांच की.
इस बाबत हजारीबाग एसडीओ मेघा भरद्वाज ने पाया कि कई अवांछित लोग ब्लड बैंक में मौजूद थे. वे लोग न तो खून देने आए थे और न ही खून लेने. कुछ लोग तो ऐसे भी थे जिनको पता ही नहीं था कि वह किसके लिए खून देने यहां पहुंचे हैं. ऐसे में एसडीओ ने उन सभी लोगों को हिदायत देते हुए कहा कि जो भी लोग यहां खून का अवैध कारोबार कर रहे हैं उनपर कठोर कार्रवाई किया जाएगा.
ब्लड बैंक के अधिकारियों को सख्त निर्देश
एसडीओ मेघा भारद्वाज ने ब्लड बैंक में संचालित व्यवस्था का जायजा लेते हुए कई दिशा-निर्देश भी ब्लड बैंक को दिया. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति खून दान करता है उसका पूरा डिटेल लें, साथ ही उनसे लिखित रूप में उस मरीज का भी पता लें जिसके लिए खून लिया जा रहा हो. उन्होंने रक्तदाताओं को एक शपथ पत्र भी देने की बात कही है, जिसमें रक्तदाता अपनी जानकारी देंगे. इस दौरान रेड क्रॉस सोसाइटी के अधिकारियों से कहा कि कार्यालय में वॉलिंटियर रक्तदान करने वालों की लिस्ट अपडेट करें.