हजारीबाग: लॉकडाउन में अपने शहर के एक ऐसे पुलिसकर्मी को आज आपसे हम मिलाते हैं, जो लॉकडाउन शुरू होने के दिन से ही अपना घर छोड़कर जनता की सेवा मे लगे हुए हैं. ये हैं हजारीबाग पुलिस विभाग में सदर एसडीपीओ कमल किशोर. अपने अनोखे पुलिसिंग के जरिए आम और खास में भी इनकी अच्छी पैठ है, लेकिन इन दिनों वह सैनिक धर्म का पालन कर रहे हैं.
यह अपने घर लॉकडाउन के बाद से नहीं गए. वे दिन रात किसी न किसी चौक-चौराहे पर या फिर सदर थाने में आपको मिल जाएंगे. उनका कहना है कि दिनभर कई लोगों से मुलाकात करते हैं, अस्पताल जाते हैं. ऐसे में यह खतरा बना रहता है कि खुद संक्रमित नहीं हो जाए. इसलिए उन्होंने घर परिवार से ही दूरी बना ली है.
पदाधिकारी का कहना है कि वर्तमान समय में जो देश की स्थिति है ऐसे में पुलिसिंग भी बदली है. हम पुलिसिंग के साथ-साथ समाज के उन लोगों के साथ खड़े हैं जो परेशान हैं भूखे हैं और दूरदराज क्षेत्रों से आ रहे हैं. ऐसे में अगर हम संक्रमित हुए तो हमारा पूरा परिवार खतरा में पड़ सकता है. परिवार के साथ-साथ यह संक्रमण और भी तेजी से दूसरों तक पहुंच सकता है. इस कारण हम लोगों ने तय किया है कि हम घर पर नहीं रहेंगे.
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उन्होंने कहा कि आज के समय में सिर्फ हम ही नहीं बल्कि पुलिस के कई जवान पदाधिकारी घर नहीं जा रहे हैं. वे या तो किसी होटल में या फिर थाने में ही रात काट रहे हैं. उनका कहना भी है कि हम लोगों ने अपना घर परिवार इसलिए छोड़ दिया कि आप स्वस्थ रहें. ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी भी है कि हम लॉकडाउन के नियम का पालन करें और इन पुलिसकर्मियों को सहयोग करें.