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कोरोना को लेकर गांवों में लगा NO ENTRY का बोर्ड, अस्पतालों में बढ़ रही भीड़

कोरोना वायरस के खौफ से लोग अपने गांव पहुंच रहे हैं. ऐसे में गांव में भी वैसे लोग जो बाहर से पहुंच रहे हैं उनके लिए नो इंट्री लगा दी गई है. मुखिया ने आदेश जारी किया है कि जब तक मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं रहेगा, गांव में प्रवेश की अनुमति भी नहीं दी -जाएगी.

No entry, नो एंट्री
लोगों की जांच करते डॉक्टर

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Published : Mar 23, 2020, 5:27 PM IST

हजारीबाग: कोरोना वायरस से लोग खौफजदा हैं, इसे देखते हुए लगो अब सजग होने लगे हैं. ग्रामीण क्षेत्र में दूसरे राज्य से आए लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. मुखिया चाहते हैं कि जो भी व्यक्ति बाहर से आ रहे हैं उसका पहले टेस्ट किया जाए. टेस्ट में निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही उसे गांव में प्रवेश की इजाजत मिलेगी. इसे लेकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे हैं.

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मुखिया ने रखी मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाने की मांग

कोरोना वायरस का कहर लोगों में देखने को मिल रहा है. महानगर खाली पड़ रहे हैं और लोग अपने गांव पहुंच रहे हैं. ऐसे में गांव में भी वैसे लोग जो बाहर से पहुंच रहे हैं उनके लिए नो इंट्री लगा दी गई है. मुखिया ने आदेश जारी किया है कि जब तक मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं रहेगा, गांव में प्रवेश की अनुमति भी नहीं दी जाएगी. ऐसे में सदर अस्पताल में सैकड़ों की संख्या में बाहर से पहुंचे लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. सभी बाहर से आए लोग डॉक्टर से दिखा कर पर्ची ले रहे हैं और अपने गांव जा रहे हैं ताकि उन्हें इंट्री मिल सके. डॉक्टर भी कहते हैं कि यह अच्छी स्थिति नहीं है, इससे अस्पताल में भी पैनिक वाली स्थिति आ गई है. जब बाहर से आए लोगों को गांव में घुसने की इजाजत नहीं मिल रही है तो वह अस्पताल पहुंच रहे हैं और सर्टिफिकेट ले रहे हैं ताकि उनका प्रवेश हो सके.

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अब तक नहीं मिला पॉजिटिव केस

डॉक्टरों का यह भी कहना है कि हम लोग अपने स्तर पर उन लोगों को देख भी रहे हैं और पॉजिटिव लक्षण आने पर उन्हें रिम्स भेजने की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि अब तक सैकड़ों लोगों को देखा गया है लेकिन किसी के इससे मिलते-जुलते लक्षण नहीं दिखे हैं. वहीं, मुंबई से पहुंचे मरीज ने बताया कि महानगरों की स्थिति बेहद खराब है और पूरा सड़क सुनसान पड़ा है. ऐसे में हमारे मालिक ने कहा है कि अब तुम लोग मुंबई छोड़कर अपने गांव चले जाओ. जब गांव पहुंचा तो मुखिया ने गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी. इस कारण हम लोग अस्पताल पहुंचे हैं और अपना जांच करा रहे हैं ताकि हमें गांव में प्रवेश करने की अनुमति मिल सके. जिस तरह से अव्यवस्था उत्पन्न हो गई है यह अच्छे संकेत नहीं है. जरूरत है हर एक व्यक्ति को संयमित रहने की और इस तरह के तुगलकी फरमान नहीं निकालने की, ताकि अव्यवस्था उत्पन्न न हो.

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