हजारीबाग: बड़कागांव में मजदूरों को धरने से हटाने के विरोध में हुए बवाल में आरोपियों की गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार को विधायक अंबा प्रसाद सड़क पर उतर आईं. कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद कांग्रेस-झामुमो गठबंधन वाली अपनी ही सरकार की पुलिस के विरोध में कोर्ट परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. बस के पावदान(सीढ़ी) पर धरने पर बैठी विधायक ने कहा कि जिन मजदूरों को पुलिस गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने लाई है वह निर्दोष हैं. पुलिस के पास किसी भी तरह का साक्ष्य नहीं है. इस कारण मैं पुलिस का विरोध कर रही हूं. इधर लॉ एंड आर्डर की स्थिति बनाए रखने के लिए हजारीबाग व्यवहार न्यायालय परिसर में पुलिस फोर्स तैनात रही.
बीते दिन शनिवार को बड़कागांव में 3 सूत्रीय मांग को लेकर धरना दे रहे त्रिवेणी सैनिक प्राइवेट लिमिटेड के मजदूर को हटाने के प्रयास किया में हंगामा हो गया था. पुलिस की इस कोशिश से भड़के लोगों ने पथराव कर दिया था. इस पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. रविवार को दूसरे दिन भी यह मामला शांत नहीं हुआ. अब पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विधायक अंबा प्रसाद भी सड़क पर उतर आईं हैं. पुलिस शनिवार को हुए बवाल में गिरफ्तार आरोपियों को हजारीबाग व्यवहार न्यायालय में प्रस्तुत करने पहुंची तो बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद बस के पावदान(सीढ़ी) पर ही धरने पर बैठ गईं.
यह है पूरा मामला
दरअसल, बवाल को लेकर पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया था. नियमानुसार रविवार को आरोपियों को कोर्ट में प्रस्तुत करना था. कोर्ट लाने के लिए उन्हें बस से लाया गया. यहां उसी बस के पावदान पर विधायक अंबा प्रसाद धरने पर बैठ गईं. विधायक वहां घंटों धरने पर बैठी रहीं. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि जिन 19 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके खिलाफ पुलिस के पास किसी भी तरह का साक्ष्य नहीं है. यह सभी लोकतांत्रिक ढंग से सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कर विरोध दर्ज कर रहे थे. ऐसे में पुलिस मनमानी तरीके से काम कर रही है.
बवाल की पहले जांच की मांग