हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण करने 3 सदस्य एमसीआई की टीम हजारीबाग पहुंची. इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया.
जांच का रिपोर्ट
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जांच करने के लिए एक बार फिर एमसीआई की टीम हजारीबाग पहुंची है. इस दौरान टीम ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कई विभाग जैसे महिला, हड्डी, आउटडोर और बाल विभाग की जांच की. जांच का रिपोर्ट बनाकर टीम उसे सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी. अस्पताल में जांच के बाद टीम मेडिकल कॉलेज पहुंची और विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान टीम ने यह जानने की कोशिश कि की हजारीबाग मेडिकल कॉलेल अस्पताल एमसीआई के मापदंडों पर कितना खरा है.
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मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई
बताते चलें कि 2019 के अगस्त में मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हुई है और 15-16 नवंबर को एमसीआई की टीम पहली बार जांच करने पहुंची थी कि जो मापदंड एमसीआई ने तय किया है उस पर कॉलेज काम कर रहा है या नहीं. एमसीआई ने जांच के दौरान 36 कमी बताई थी और इसके निराकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 2 महीने का समय दिया था. उसी निराकरण की जांच के लिए यह टीम आई है. जांच के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने कहा था कि 2 महीने के अंदर जो भी त्रुटि है उसे ठीक कर लिया जाएगा.
मेडिकल कॉलेज का भविष्य
एमसीआई की टीम अब जांच कर सुप्रीम कोर्ट को फिर से अपनी रिपोर्ट देगी और 2 मार्च को इसकी सुनवाई होना है. अभी तक मेडिकल कॉलेज को एनओसी नहीं दिया गया है. इस कारण यह जांच और रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण बताई जा रही है. कॉलेज के प्राचार्य एसके सिंह ने बताया कि यह नया अस्पताल है और इसे डिवेलप होने में समय भी लगेगा. अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही पता चलेगा कि एमसीआई की टीम ने अपनी रिपोर्ट में दिया क्या है. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज का भविष्य भी इसी रिपोर्ट पर निर्भर करेगा.