हजारीबागः देश समेत पूरे झारखंड में ईद उल फितर का उत्साह दिखाई दे रहा है. हर किसी को अब चांद के दीदार का इंतजार है. इस दिन को खास बनाने के लिए हर कोई तैयारी में जुटा हुआ है. लजीज पकवान से त्यौहार को यादगार बनाने के लिए महिलाएं जमकर खरीदारी कर रही हैं तो पुरुष टोपी और इत्र खरीद रहे हैं. हजारीबाग में इस बार बांग्लादेश और मलेशिया की टोपी मंगाई गयी है तो इत्र भी विदेशों से पहुंचा है. यही नहीं 5 हजार रुपया किलो तक का ड्राई फ्रूट्स बाजार में उपलब्ध है.
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ईद मुस्लिम समुदाय के लिए सबसे बड़ा त्योहार है. लोग ईद का इंतजार शिद्दत के साथ करते हैं. 30 दिन तक रोजा रखने के बाद चांद का दीदार कर ईद का त्यौहार मनाया जाता है. ऐसे में खरीदारी भी बेहद खास हो जाती है. महीने भर रोजेदार ईद आने का इंतजार करते हैं. ऐसे में बाजार का रौनक भी बढ़ जाता है. पुरुष, महिलाएं, बच्चे जमकर खरीदारी करते हैं. ईद में इत्र का विशेष महत्व है. ऐसे में हर एक आम खास अपने बजट के अनुसार इत्र की खरीदरी करते हैं.
हजारीबाग के बाजारों में इस बार 200 से लेकर 20 हजार रुपये तक का इत्र उपलब्ध है. ईद में छोटी-सी शीशी में सुगंधित इत्र का महत्व भी बढ़ जाता है. दुकानदार कहते हैं कि इत्र हम लोग सालों भर बेचते हैं. लेकिन ईद के समय में इसकी बिक्री सौ गुनी बढ़ जाती है. इस वर्ष हम लोग देश के कोने कोने के अलावा विदेशों से भी इत्र मंगाए हैं. खासकर अरब देश का इत्र बेहद खास है. लोग इसे खरीद भी रहे हैं, इसकी सुगंध 3 दिन तक रहती है.
इत्र की सुगंध के बारे में सभी कोई जानते हैं. हिंदू, जैन, बौद्ध, मुस्लिम सभी धर्म में सुगंध का महत्व है. कहा भी जाता है कि जिस व्यक्ति के जीवन में सुगंध नहीं उसके जीवन में शांति भी नहीं होती है. शांति नहीं तो सुख और समृद्धि भी उसे नहीं मिलती है. ईद का त्यौहार पूरी दुनिया के मुस्लिम काफी धूमधाम से मनाते हैं. ईद उल फितर के मौके पर घरों में पकवान की विशेष तैयारी की जाती है. ईद के मौके पर घरों में तरह-तरह के व्यंजन बनते हैं.
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ईद में सेवई विशेष पकवान है. सेवई में अगर ड्राई फ्रूट्स ना डाला जाए तो स्वाद भी अधूरा हो जाता है. इस वर्ष हजारीबाग में विदेशों के ड्राई फ्रूट्स भी खूब बिक रहे हैं. 100 रुपये किलो से लेकर 5000 रुपया किलो तक का ड्राई फ्रूट्स बाजार में नजर आ रहा है. सबसे महंगा कुवैत से आया ड्राई फ्रूट्स चिलगोजा है. स्वादिष्ट खजूर सऊदी अरब, सिंगापुर समेत दूसरे देशों के भी हजारीबाग में बिक रहे हैं. जिसकी कीमत अन्य खजूर की तुलना में थोड़ी महंगी है. दुकानदार कहते हैं कि बिना ड्राई फ्रूट्स के ईद अधूरा है.
बाजार में विदेशी ड्राई फ्रूट ईद की नमाज अता करने के लिए बाजार में डिजाइनर टोपी भी मौजूद हैं. कढ़ाई की हुई टोपी, कश्मीरी टोपी की डिमांड काफी खास है. इसके साथ ही साथ विदेशों की टोपी भी हजारीबाग के बाजारों में धूम मचा रही है. बांग्लादेश, इंडोनेशिया, कोरिया से टोपी आयात कर यहां बेचा जा रहा है. टोपी बेहद कम दाम में उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि हर एक आम और खास नई टोपी पहनकर ही ईद का नमाज अता करें. बाजार में सबसे सस्ती टोपी 10 रुपया में और सबसे महंगी टोपी 2000 रुपया तक की बिक रही है. इसके अलावा इंडोनेशिया डिजाइन की टोपी 20-50 रुपया, साधारण टोपी 40-50 रुपया, चांद तारा टोपी 35 रु., मोती वाली टोपी 60 रु., बांग्लादेशी टोपी 60 रु., कोरियाई टोपी 60 रुपया में उपलब्ध है.
दो साल के बाद ईद के बाजार में रौनक देखने को मिल रहा है. खरीदार भी बेहद खुशी के साथ खरीदारी कर रहे हैं. खरीदार बताते हैं कि ईद के अवसर पर हम लोग तीन सामान अवश्य लेते हैं. पहला इत्र, दूसरा टोपी और तीसरा ड्राई फ्रूट्स तभी हमारा यह त्यौहार पूरा होता है. इस बार हम लोग विदेश से आए टोपी अधिक ले रहे हैं. क्योंकि वह आकर्षक भी है और सुंदर भी तो वैसा इत्र भी ले रहे हैं जिसे लगाने के बाद 3 दिनों तक खुशबू मिलता रहे.