हजारीबागः जिला में झारखंड एकता संघ के बैनर तले झारखंड प्रवासी मजदूर जागरूकता सम्मेलन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी मजदूरों को दी गई. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मृतक प्रवासी मजदूरों के परिवार वालों को सहायता राशि देना था. साथ ही साथ कोरोना संक्रमण के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले को सम्मानित भी किया गया. पिछले दो दशक से झारखंडी एकता संघ प्रवासी मजदूर के हित के लिए कार्य कर रहा है. कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने स्पष्ट किया कि हर एक व्यक्ति जो मजदूर है उसका निबंधन कराना बेहद जरूरी है. निबंधन कराने के बाद ही सरकार के लाभकारी योजना का लाभ ले सकता है.
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वहीं हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि सबसे अधिक पलायन गिरिडीह जिला में देखने को मिल रहा है. जहां 1 लाख 75 हजार मजदूर बाहर में काम कर रहे हैं. अगर पूरे राज्य की बात की जाए तो लगभग 7 लाख मजदूर बाहर काम करते हैं. ऐसे में अब झारखंड सरकार आने वाले समय में प्रत्येक जिला में कौशल विकास केंद्र खोलने जा रहा है. जहां दिव्यांगों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा. सिर्फ प्रशिक्षण ही नहीं जो कंपनी इन्हें प्रशिक्षण देगी उन्हें रोजगार भी मुहैया कराने की जिम्मेदारी रहेगी.
सभी पंचायत में बनाए जाएंगे श्रमिक मित्र
आने वाले दिनों में झारखंड सरकार राज्य के सभी पंचायत में श्रमिक मित्र भी बनाने जा रही है. इस बात की जानकारी मंत्री ने दिया है. उनका कहना है कि श्रमिक मित्र पंचायत स्तर के जो भी श्रमिक हैं उनके बारे में जानकारी रखेगी. सरकार की ओर से जो योजना चलाई जा रही है उसका लाभ दिलवाएगी, पूरे सिस्टम का मॉनिटरिंग जनप्रतिनिधि एवं सरकार करेगी. प्रवासी मजदूर के लिए सरकार ने कई नियम बनाए हैं. इसके साथ साथ कई योजनाएं भी चलाई जा रही है. जरूरत है प्रवासी श्रमिक मजदूरों को इन योजनाओं के बारे में जानकारी रखने की ताकि वे इसका लाभ भी उठा सकें.