हजारीबाग:व्यवहार न्यायालय सदर परिसर में फर्जी तरीके से साक्षात्कार देने वाले चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से फर्जी प्रवेश पत्र बरामद किया गया. प्रवेश करने के समय ही इनका एडमिट कार्ड संदिग्ध पाया गया. जब इनसे पूछताछ की गई तो फर्जी पाया गया है. पहले एक व्यक्ति और फिर एक के बाद एक तीन और फर्जी परीक्षा देने वाले युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से तीन आरोप नालंदा और एक आरोपित बख्तियारपुर का रहने वाला है. आरोपी उस वक्त पकड़े गए जब इनका रोल क्रमांक, शनिवार को जारी रौल क्रमांक से अलग निकला. गड़बड़ी की जांच प्रारंभ हुई तो पता चला कि जिस नंबर क्रमांक का यह साक्षात्कार देने पहुंचे थे, वह तीन दिन पूर्व 29 नवंबर को ही समाप्त हो चुका है. पकड़े गए आरोपितों में शंकर कुमार, सोनू कुमार, दिलीप कुमार और अभिषेक कुमार के रूप में हुई है. दस्तावेज की जांच में प्रवेश पत्र पर लगायी गई मुहर से इनकी पोल खुल गई. इसके बाद सुरक्षा में तैनात जवानों ने इन्हें हिरासत में ले लिया और इसकी सूचना कोर्ट रजिस्ट्रार को दी.
सूचना पर पहुंचे सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ललित कुमार ने आरोपितों को अपने कब्जे में ले लिया और सदर थाना में उससे पूछताछ की जा रही है. इस बाबत सदर थाना में फर्जीवाड़ा और जाली मुहर और हस्ताक्षर की मदद से प्रवेश पत्र तैयार करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. संभावना जतायी जा रही है कि इसकी गहराई से जांच होगी तो एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो जाएगा.
पिछले एक सप्ताह से कोर्ट में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी बहाली को लेकर साक्षात्कार चल रहा है. जानकारी के अनुसार 119 पदों के लिए 58 हजार आवेदन आए हैं. इनमें करीब 28 हजार आवेदन रद्द कर दिए गए है. शेष बचे लोगों को प्रवेश पत्र जारी कर साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है. पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि उन्होंने भी आवेदन किया था, लेकिन उनका प्रवेश पत्र नहीं आया. इसके बाद अन्य साथियों की मदद से प्रवेश पत्र तैयार कर साक्षात्कार देने आए थे. इसी क्रम में पकड़े गए.