हजारीबाग:हजारीबाग रेलवे साइडिंग इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है. पिछले दिनों सांसद जयंत सिन्हा भी क्षेत्र का मुआयना कर बड़ा बयान दिया था. मंगलवार को रेलवे साइडिंग पर भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें कुछ ग्रामीणों को चोट भी लगी है.
यह भी पढ़ें:देखिये किस तरह सांप पकड़कर उसका मिजाज ठंडा कर रहा युवक, बाल्टी भरे पानी में डुबा रहा कोबरा का सिर
विरोध में नारेबाजी से भड़के विधायक समर्थक और शुरू हो गया बवाल
दरअसल, हजारीबाग के सदर विधायक मनीष जायसवाल ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत कटकमदाग प्रखंड में कई कार्यक्रम आयोजित किया था. उसी कार्यक्रम के तहत कुसुंभा गांव में छठ घाट का उद्घाटन करना था. इसी दौरान ग्रामीणों ने सदर विधायक मनीष जयसवाल से प्रदूषण के कारण रेलवे साइडिंग में फसल बर्बादी होने की बात कही और उनसे मुआयना करने का अनुरोध किया. साथ ही कहा कि जो फसल बर्बाद हुआ है उसकी क्षतिपूर्ति की जाए. इस दौरान कुछ ग्रामीणों के द्वारा विधायक मनीष जयसवाल के विरोध में नारेबाजी की गई और धीरे-धीरे उनके कार्यकर्ता और ग्रामीणों के बीच झड़प शुरू हो गई. इस बात को लेकर बानादाग प्रभावित किसान मोर्चा की ओर से थाना में शिकायत दर्ज कराई गई. वहीं, दूसरी ओर कुसुंभा के मुखिया ने ग्रामीणों के खिलाफ कटकमदाग थाना में मामला दर्ज कराया है.
विधायक ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जब घटना घटी तब वे घटनास्थल से कुछ दूरी पर फसल का मुआयना करने के लिए गए थे. पूरी घटना राजनीति से प्रेरित है. अगर हमारे सामने घटना घटती तो मैं स्थानीय और अपने समर्थकों को रोकता. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दिनों अपने प्रयास से कुछ ग्रामीणों को कुसुंभा में फसल का क्षतिपूर्ति दिलवाया था. अब बांका के ग्रामीणों ने भी क्षतिपूर्ति की मांग की है.
बता दें कि हजारीबाग बाना दाग रेलवे साइडिंग में पिछले कई महीनों से प्रदूषण को लेकर विरोध चल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रदूषण के कारण तैयार फसल बर्बाद हो जाता है. कोल साइडिंग से प्रदूषित पानी खेतों में पहुंच रहा है जिससे खेत की मिट्टी खराब हो रही है और फसल भी नहीं हो रहा है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हाल के दिनों में सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल कोल साइडिंग के कारण बर्बाद हो गई.