हजारीबाग:जिले के पदमा थाना क्षेत्र के उर्मा मोड़ के पास शुक्रवार को ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. जानककारी के अनुसार यह विवाद 10 डिसमिल जमीन को लेकर हुआ है. बीएसएफ में सेवा दे रहे जवान प्रकाश कुमार शर्मा को सैनिक बंदोबस्ती के तहत 10 डिसमिल जमीन दी गई थी. उस जमीन पर पहले से ही लोग बसे हुए हैं. जवान ने जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासन को आवेदन दिया था.
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पुलिस-प्रशासन का लोगों ने जताया विरोधः शुक्रवार को प्रशासन उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पहुंचा था. पुलिस-प्रशासन को देख कर जमीन पर पहले से बसे हुए लोगों ने विरोध जताया. इस दौरान ग्रामीणों ने भी उक्त जमीन पर बसे लोगों को समर्थन किया. ऐसे में पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हो गए. देखते ही देखते ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पथराव कर दिया. जिस कारण स्थिति बेकाबू हो गई. इधर, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन को आंसू गैस के गोले दागने पड़े, ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके.
बीएसएफ जवान को 2022 में मिली थी जमीनःदरअसल, बीएसएफ में सेवा दे रहे जवान प्रकाश कुमार शर्मा को दिसंबर 2022 में सैनिक बंदोबस्ती के तहत रोमा गांव में 10 डिसमिल जमीन बंदोबस्ती पट्टा के तौर पर दी गई थी. प्रकाश कुमार शर्मा ड्यूटी से छुट्टी लेकर अपने जमीन पर काम कराने के लिए पहुंचा तो उन्हें स्थानीय लोगों का विरोध का सामना करना पड़ा. 22 साल तक बीएसएफ में सेवा देने वाले जवान ने इसकी शिकायत डीसी, एसपी, एसडीएम, सीओ और थाना पुलिस से की थी, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला .
पदमा ओपी में कराया था मामला दर्जःपदमा ओपी में 107 के तहत मामला दर्ज किया गया और 13 लोगों के खिलाफ उन्होंने शिकायत दर्ज करायी थी. जिसमें नरेश मेहता, सुरेंद्र मेहता, महरुम मेहता, सुनील मेहता, सतनारायण मेहता, राजकुमार मेहता, पीरु मेहता समेत कई अन्य शामिल हैं. पहले यह कहा गया कि यह जमीन स्कूल की है. इस कारण इस पर काम करने के लिए नहीं दिया जाएगा. जब स्कूल ने स्पष्ट किया कि यह जमीन उसकी है तो स्थानीय लोगों ने सार्वजनिक जमीन कह कर विरोध किया और निर्माण कार्य से रोका गया. इस बात को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी दल-बल के साथ उक्त 10 डिसमिल जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पहुंचे थे, जहां हिंसक झड़प हो गई.