हजारीबाग: जिले के चौपारण के बच्छई, सिंघरावां के कई गांवों की जमीन वर्ष 1950 -51 में दामोदर घाटी निगम(डीवीसी) के द्वारा अधिग्रहित की गई. इसके कारण कई परिवार विस्थापित होकर 70 वर्षों से मालिकाना हक के लिए संघर्ष कर रहे थे. विधायक उमाशंकर अकेला द्वारा विधानसभा में आवाज बुलंद कर विस्थापित परिवारों को भूमि के मालिकाना हक,अधिकार की आस जगा दी गई. सोमवार को विधायक की उपस्थित में सीओ नितिन शिवम गुप्ता ने टीटही स्कूल में शिविर लगाकर विस्थापित गांव बच्छई , टीटही, सेलहरा खुर्द, चपरी कला सहित अन्य गांवों के परिवार के आवेदन और कागजात की जांच की गई.
हजारीबाग में विस्थापित परिवारों के मालिकाना हक के लिए लगा शिविर, कागजातों की हुई जांच
हजारीबाग में विधायक उमाशंकर अकेला की उपस्थिति में सीओ नितिन शिवम गुप्ता ने टीटही स्कूल में शिविर लगाया. इस दौरान विस्थापित गांव बच्छई , टीटही, सेलहरा खुर्द, चपरी कला सहित अन्य गांवों के परिवार के आवेदन और कागजात की जांच की गई.
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इस शिविर का उद्धघाटन विधायक उमाशंकर अकेला ने किया. उद्धघाटन के बाद शिविर में विधायक ने कहा कि डीवीसी द्वारा विस्थापित परिवार 70 वर्षों से अधिकार के लिए भटक रहे थे. उन्होंने कहा कि विस्थापित परिवारों की आवाज विस सभा में उठाने और मुख्यमंत्री से बात कर अधिकार के लिए प्रयास किया. शिविर में सीओ ने कहा कि विस्थापित परिवारों की सूची का सत्यापन कर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. इस मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष विकास यादव, मनोज सिंह, गोपाल विश्वकर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे.