हजारीबागः प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय मेरु हजारीबाग सीमा सुरक्षा बल के तीन प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र में से एक है. इसकी स्थापना 18 नवंबर 1966 को हुई थी. आज तक लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को यहां विभिन्न प्रोफेशनल विषयों पर प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिसमें 553 विदेशी प्रशिक्षुक भी शामिल है. कोरोना काल के दौरान बीएसएफ मेरु ने सिर्फ प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि अपना सामाजिक दायित्व भी पूरा किया है, जिसने लोगों को जागरूक भी किया और अपने प्रशिक्षण केंद्र से जुड़े हुए लोगों को मुफ्त में राशन भी मुहैया कराया है. यहां तक कि प्रशिक्षण केंद्र में ग्रामीणों के लिए सेनेटाइजिंग चेंबर बनाया.
ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर
केंद्रीय सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय की ख्याति देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में है. यहां लगभग प्रतिवर्ष 2500 को प्रशिक्षण दिया जाता है. वर्तमान समय में लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. बीएसएफ का कहना है कि हम लोगों ने अपना सामाजिक दायित्व पूरा किया है. इस दौरान भारी संख्या में मास्क बांटा गया. यही नहीं हम लोगों ने ग्रामीणों को जागरूक भी किया है. इसके साथ ही ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर भी लगाया था कि ग्रामीण खुद को सेनिटाइज कर सके. यह ट्रेनिंग सेंटर पूरे देश भर में बम डिफ्यूज और कमांडो ट्रेनिंग के लिए जाना जाता है. यहां के पदाधिकारी कहते हैं कि यही हमारी पहचान है.
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