गुमला: जिला के बिशुनपुर प्रखंड के बेती गांव की महिलाएं समूह बनाकर बंजर भूमि में लेमन ग्रास की खेती कर प्रत्येक साल लाखों रुपए का मुनाफा कमा रही है. इस गांव की महिलाओं को देखकर बिशुनपुर प्रखंड के अन्य गांव की महिलाएं भी लेमन ग्रास की खेती में लग गई है. फिलहाल बेती गांव की रहने वाली बिमला अपने समूह की महिलाओं से मिलकर लेमन ग्रास की खेती कर रही है. उन्होंने इसके लिए गांव के ही लोगों से दस एकड़ जमीन लीज में लेकर यह काम शुरू किया.
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लेमनग्रास नहीं खाते मवेशी
बिमला बताती है कि वह चमेली आजीविका सखी मंडल ग्रुप की महिलाओं के साथ लेमन ग्रास की खेती कर रही है. बिमला ने बताया कि समूह में यह फैसला किया गया चूंकि लेमन ग्रास को कोई मवेशी नहीं खाता ऐसे में इसकी खेती करना और भी आसान हो जाता है. यह फैसला लेकर समूह में जमा राशि और लोगों से ऋण लेकर डेढ़ लाख रुपए खर्च कर खेती की शुरुआत की गई.
एक बार में हुई लाखों रूपए की आमदनी
समूह की महिलाओं ने बताया कि पहली बार लेमन ग्रास की खेती तैयार हुई तो इसे एक साल में चार बार काटा गया. जिससे लगभग एक लाख रुपये की आमदनी हुई. बिमला देवी ने बताया कि एक बार लगाने के बाद दूसरी बार लेमन ग्रास को नहीं लगाना पड़ता है. यह खेती चार-चार माह में तैयार होता है. ये महिलाएं खेती के तैयार होने के बाद उसे काटकर उसका तेल निकालकर बाजार में बेचती हैं. इस तेल की कीमत प्रति लीटर दो हजार रुपये है. हालांकि इस इलाके में लेमन ग्रास के तेल के लिए बाजार नहीं है इसलिए तेल को बाहर भेजना पड़ता है. महिलाओं का कहना है कि अगर यहां बाजार होता तो ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता था.