गुमला: कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के सेक्रेटरी के साथ सभी जिलों के चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई. जिसके तहत गुमला NIC में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स से अध्यक्ष हिमांशु केशरी, सह सचिव गुन्नु शर्मा और गुमला उद्योग विभाग के जीएम भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.
इस दौरान लॉकडाउन कि इस अवधि में व्यवसायियों को हो रही परेशानियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सेक्रेटरी से उसके समाधान की मांग की गयी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु केसरी ने जानकारी दी की गुमला में कोई बड़ा उद्योग स्थापित नहीं है. उद्योग के नाम पर यहां पर क्रशर मशीन, ईट भट्टा और अन्य दूसरे उद्योग स्थापित हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी यूनिट को चालू करने में काफी पूंजी लगती है. गुमला में कोई बहुत बड़े उद्योगपति नहीं है. ऐसी परिस्थिति में जिनका उद्योग वन विभाग के क्षेत्र में पड़ रहा है. वैसे लोगों को जगह खाली करने के लिए वन विभाग ने नोटिस उपलब्ध करवा दिया है. इस संबंध में संबंधित उद्योग के लोगों को वन विभाग के द्वारा कम से कम 2 साल की अवधि देने की मांग रखी गई है. जिससे संबंधित व्यक्ति अपने उद्योगों को किसी दूसरे जगह स्थापित बिना परेशानी के कर सके.