गुमला: जिला के घाघरा थाना क्षेत्र के डूको निवासी अजय उरांव और नवाडीह निवासी सुनील भगत को एसपी हरदीप जनार्दन के निर्देशानुसार घाघरा थाना की सार्थक पहल पर सकुशल गुमला लाया गया. गुमला अस्पताल में जांच के बाद, कोर्ट में 164 का बयान भी दर्ज कराने के लिए घाघरा थानेदार कुंदन कुमार और एएसआई कौशलेंद्र कुमार, दोनों को लेकर पहुंचे.
ये भी पढ़ें-कोतवाली मॉब लिंचिंग मामलाः दारोगा सहित तीन सस्पेंड, सिटी एसपी करेंगे जांच
पति को दुबई भेजने के लिए बेचे थे घर के सामान
नौडीहा टोली की फुल प्यारी देवी और डूको की अरंगी निवासी केवला देवी ने आहातू थाना गुमला में आवेदन सौंपकर अपने-अपने पति को दुबई से वापस लाने और मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. आवेदन में कहा था कि दोनों के पति को कोही पाठ महुआ टोली निवासी मानव तस्कर दयाल उरांव दुबई में काम दिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर टूरिस्ट वीजा पर 28 जनवरी 2021 को घर से ले गया था. इसके बाद दयाल उरांव ने उन दोनों को उत्तर प्रदेश के अपने साथी मधुकर मिश्रा के पास कुछ दिन रखा. इसके बाद 7 फरवरी को दुबई ले गया और उन्हें भूखे प्यासे सड़क पर छोड़ दिया. फूल प्यारी देवी ने दुबई भेजने के लिए घर में रखे हुए भैंस, बकरी और अनाज बेचकर 1 लाख 25 हजार रुपय नकद और केवला देवी ने 1 लाख 10 हजार रुपय नकद अपने पति को दिए थे. जबकि दोनों के पति दुबई की सड़कों में भूखे प्यासे भटक रहे थे. पिछले 1 सप्ताह से उनका कुछ पता नहीं था.
मानव तस्करों की तलाश में जुटी पुलिस
दोनों महिलाओं ने संदेह जाहिर करते हुए कहा कि मानव तस्कर दयाल उरांव और मधु मिश्रा हमारे पति को दुबई ले गये और अब उनसें कुछ भी पूछने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते हैं. उन्होंने अपने पति को वापस लाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए गुमला एसपी हरदीप जनार्दन के निर्देश पर पुलिस दोनों को दुबई से सकुशल वापस ले आई. इस संबंध में दोनों मानव तस्करों के खिलाफ थाना में केस संख्या 26/21 दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही दोनें को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.