गुमला: पिछले एक पखवाड़े से गुमला बिजली की मार झेल रहा है. नियमित रूप से बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण आम लोग परेशान हैं. बिजली विभाग की ओर से नियमित रूप से बिजली आपूर्ति नहीं देने के कारण लोगों को पेयजल में भी समस्या हो रही है. विभागीय अधिकारियों की मानें, तो गुमला जिले को 25 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जबकि वर्तमान में महज 8 मेगावाट की आपूर्ति हो रही है.
वीडियो में देखें पूरी खबर गुमला के जिला बार एसोसिएशन, जिला कांग्रेस कमेटी, चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं आम नागरिक अलग अलग समय में जिले के उपायुक्त और बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर नियमित रूप से बिजली आपूर्ति की मांग कर रहे हैं. इसके बावजूद गुमला में नियमित रूप से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है. यही वजह है की चेंबर ऑफ कॉमर्स की अगुवाई में तकरीबन 10 दिन पूर्व गुमला परिसदन में चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला के पदाधिकारी एवं बिजली विभाग के एमडी के बीच बैठक हुई. इसमें चैंबर के सदस्यों ने एमडी से बिजली की कम हो रही आपूर्ति से अवगत कराते हुए गुमला को आवंटित 25 मेगा वाट बिजली आपूर्ति की मांग की गई.
बिजली से परेशान गुमला के स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह से गुमला में अनियमित बिजली आपूर्ति की जा रही है, इसके कारण काफी परेशान हैं. नियमित रूप से बिजली नहीं मिलने के कारण पेयजल में भी समस्या हो रही है, क्योंकि बिजली नहीं रहने से पानी की सप्लाई ठप हो जाती है. इसको लेकर उपायुक्त और विभाग के अधिकारियों से मिलकर समस्या को दूर करने के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन अभी भी समस्या जस की तस है. अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में गुमला की आम जनता सड़क पर उतरकर बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन करेगी.
इधर, बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि गुमला जिले में 2 ग्रिड हैं. इनमें गुमला ग्रिड से गुमला शहरी, घाघरा, बनारी, नेतरहाट, सिसई, भरनो, रायडीह, जारी, चैनपुर और डुमरी सब स्टेशन में बिजली आपूर्ति की जाती है. जबकि, दूसरा कामडारा ग्रिड से पालकोट, बसिया, कामडारा और रेलवे को बिजली आपूर्ति की जाती है. गुमला ग्रिड को फिलहाल 8 मेगा वाट बिजली की आपूर्ति मिल रही है, जिसके कारण गुमला शहरी क्षेत्र में 4 मेगा वाट और बाकी 4 मेगा वाट अन्य सब स्टेशनों में आपूर्ति की जा रही है.