गुमला: जिला के बिशुनपुर प्रखंड मुख्यालय में स्थित गैर सरकारी संस्था विकास भारती में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 फरवरी को एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. इस मौके पर विकास भारती बिशुनपुर परिसर में स्थित ज्ञान निकेतन, पंचवटी, सृजन परिषद और विवेकानंद की प्रतिमा के स्थलों में महामहिम परिभ्रमण करेंगे. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर गुमला जिला प्रशासन कि ओर से कि जा रही तैयारियां अंतिम चरण में है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली हिंसा पर हाईकोर्ट में 13 अप्रैल को सुनवाई, केंद्र से रिपोर्ट तलब
बनाये गए हैं तीन हेलीपैड
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर बिशनपुर में तीन हेलीपैड बनाए गए हैं. हेलीपैड बनाए गए स्थान पर बैरिकेडिंग की जा रही है. इसके साथ ही सड़क के दोनों छोर को तिरंगे रंग के कपड़े से ढका जा रहा है. हेलीपैड से लेकर विकास भारती के मुख्यालय तक सड़क के दोनों ओर विशेष तौर से साफ-सफाई का अभियान चलाया जा रहा है. सड़कों से धूल मिट्टी को हटाया जा रहा है.
वीआईपी पार्किंग
राष्ट्रपति के आगमन के दौरान जिला प्रशासन के साथ-साथ रांची से भी कई बड़े अधिकारी आएंगे जिनके वाहनों की पार्किंग के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही सामान्य पार्किंग की व्यवस्था की गई है जहां आम लोग अपने वाहनों को खड़ा करेंगे.
व्यापक है सुरक्षा व्यवस्था
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर बिशुनपुर प्रखंड मुख्यालय में पिछले तीन चार दिनों से सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. जहां हेलिपैड बनाए गए वहां भी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. इसके साथ ही बिशुनपुर मुख्यालय के चप्पे-चप्पे पर सीआरपीएफ, जिला पुलिस के अलावा कई अन्य सुरक्षा के जवानों को लगाया गया है. इसे लेकर एक दिन पहले सूबे के डीजीपी हेलीकॉप्टर से बिशुनपुर पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते हुए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जिले के एसपी को दिया. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष शाखा के पदाधिकारियों को बिशुनपुर के चप्पे-चप्पे पर तैनाती कर दी गई है. वहीं, किसी भी तरह की सूचना मिलने पर तत्काल इसकी सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को देने की बात कही गई है. इसके साथ ही एंटी लैंड माइंस और अग्निशामक को विशेष तौर पर बिशुनपुर के विभिन्न स्थानों पर रखा गया है.
बता दें कि जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने एक दिन पहले गुरूवार को बिशुनपुर प्रखंड मुख्यालय में विशेष बैठक कर राष्ट्रपति के आगमन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ कई तरह की तैयारियों से संबंधित बैठक की थी. हालांकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पिछले साल सितंबर में पहले भी बिशुनपुर आने वाले थे. मगर उस समय मौसम खराब होने की वजह से अंतिम समय में उनका दौरा रद्द कर दिया गया था.