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गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र के गांवों में जंगली हाथियों का उत्पात, आधा दर्जन से अधिक घरों को किया क्षतिग्रस्त

गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र में जंगली हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण दहशत में हैं. शनिवार की देर रात हाथियों ने रुकी पंचायत के कई गांवों में जमकर उत्पात (Elephant Mischief In Rural Areas Of Gumla) मचाया. इस दौरान हाथियों ने आठ घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. वहीं ग्रामीण हाथियों के भय से रतजगा करने को मजबूर हैं.

Elephant Mischief In Rural Areas Of Gumla
House Broken By Elephants

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Published : Jan 8, 2023, 8:54 PM IST

गुमला: जिले के घाघरा थाना क्षेत्र की रुकी पंचायत के ग्रामीण पिछले दो दिनों से जंगली हाथियों के उत्पात से परेशान (Elephant Mischief In Rural Areas Of Gumla)हैं. ग्रामीण हाथियों के भय से रतजगा करने को विवश हैं. जंगली हाथियों के झुंड के डर से ग्रामीण अपना घर छोड़ की ठंड में खेत में रात गुजारने को विवश हैं. एक तरफ ग्रामीण हाथियों के भय से मारे-मारे फिर रहे हैं, वहीं वन विभाग की ओर से अब तक हाथियों को खदड़ने के लिए कोई पहल नहीं की गई है. जिससे ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति काफी रोष है.

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आठ घरों को हाथियों ने किया क्षतिग्रस्तः गुमला जिला के घाघरा थाना क्षेत्र के रुकी पंचायत के कई गांव में जंगली हाथियों ने दूसरे दिन भी आठ घरों को क्षतिग्रस्त (Herd Of Elephants Damaged Houses In Gumla) कर दिया है. ग्रामीणों के अनुसार शाम के बाद गजराज का झुंड गांव में प्रवेश कर जाता है और जमकर उत्पात मचाता है. इस कारण ग्रामीणों में दशहत है. ग्रामीणों के अनुसार झुंड में करीब 25 हाथी हैं. हाथियों के झुंड ने रुकी निवासी आनंदिता होरो, डेनियल होरो, शालिम होरो, निर्मल होरो, मनुवाल होरो, बदना उरांव, धुमा उरांव, डानियल टोप्पो के घरों में प्रवेश कर पूरा धान चट कर गए. घटना शनिवार की रात 9 बजे की है.

ग्रामीणों ने वन विभाग से मांगा मुआवजाः वहीं हाथियों के देखकर सभी ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर खेत की तरफ भाग कर किसी तरह अपनी जान बचायी. हाथियों के डर से ग्रामीणों ने पूरी रात खेत में (Villagers Spent Whole Night In Field) गुजारी. हाथियों के डर से गांव के लोग दहशत में हैं. पीड़ित परिजनों ने वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग की है. साथ ही हाथियों के झुंड से सुरक्षा की गुहार लगाई है. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग के द्वारा हाथियों को भगाने के लिए किसी भी तरह की पहल नहीं की जा रही है. न ही हाथियों को सुरक्षित जोन में भेजा जा रहा है और न ही ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए मशाल, टॉर्च या पटाखा का वितरण किया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.

एक माह से क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है हाथियों का झुंडः बताते चलें कि एक माह से हाथियों का झुंड जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर रहा है और लोगों के घरों को क्षतिग्रस्त कर रहा है. साथ ही खेत में लगी फसल को भी नुकसान पहुंचा रहा है. जिससे ग्रामीणों में दहशत (Villagers In Panic Due To Fear Of Elephants) है. छत्तीसगढ़ के रास्ते से 20 से 25 की संख्या में जंगली हाथियों के झुंड ने जिला के जारी, डुमरी, चैनपुर प्रखंड होते हुए बिशनपुर घाघरा प्रखंड की ओर रुख कर लिया है. वहीं बताया जा रहा है कि एक और हाथियों का झुंड भरनो प्रखंड क्षेत्र में भी है उत्पात मचा रहा है.

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