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इंटरमीडिएट में नामांकन नहीं होने से छात्रों में नाराजगी, केओ कॉलेज के गेट पर ताला जड़ किया हंगामा - Jharkhand news

केओ कॉलेज गुमला के छात्रों ने कॉलेज गेट पर शुक्रवार को जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर दिया और जमकर नारेबाजी की. छात्रों का आरोप है कि साजिश के तहत केओ कॉलेज गुमला में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद की जा रही है.

Discontent among students due to non enrolment in Intermediate in Gumla
Discontent among students due to non enrolment in Intermediate in Gumla

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Published : Jul 15, 2022, 4:02 PM IST

Updated : Jul 15, 2022, 4:32 PM IST

गुमला: रांची विश्वविद्यालय द्वारा संचालित केओ कॉलेज गुमला में इस साल इंटर कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय में नामांकन अब तक शुरू नहीं हुआ है. कॉलेज प्रबंधन ने इस सत्र में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने का निर्णय लिया है.

इस संबंध में कॉलेज प्रशासन ने रांची विश्वविद्यालय को पत्र भी लिखा है. इंटर की पढ़ाई बंद करने के कारण अब तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. जिससे गुमला के छात्रों में गुस्सा फूट पड़ा और शुक्रवार को एकत्रित होकर सैकड़ों छात्र छात्राओं ने नारेबाजी की और हाथ में तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान नाराज छात्रों ने कॉलेज के गेट पर ताला भी जड़ दिया.

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छात्रों का कहना है कि गुमला जिले में एक मात्र कॉलेज है जहां गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चे कम पैसे में उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं. अगर ऐसे में कॉलेज बंद हो जाएगा तो गुमला जिले में पिछड़े क्षेत्र से हजारों बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में काफी संख्या में छात्र यहां पहुंचते हैं.

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वहीं, इस दौरान छात्र नेता देवेंद्र लाल, अविनाश कुमार गिरी योगेंद्र साहू रामअवतार भगत ने भी आरोप लगाया कि षड्यंत्र के तहत कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद की जा रही है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई चालू रखने के लिए डीसी, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को विशेष पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा. वहीं इस मामले पर कॉलेज के प्राचार्य ने बताया की इंटरमीडिएट के पढ़ाई के लिए फंड का अभाव है.

इंटरमीडिएट में नामांकन के लिए तीनों संकाय के कक्षा संचालन में प्रति वर्ष लगभग 45000 खर्च होते हैं जबकि राजस्व मात्र 18 लाख रुपए प्राप्त होता है. इंटरमीडिएट की कक्षाएं जैक संचालित करती है, लेकिन इसके लिए जैक से कोई फंड नहीं मिलता है. अब तक स्कूलों में 10+2 के अभाव में किसी तरह से पढ़ाई होती रही हैं, लेकिन अब कई टेन प्लस टू भी विद्यालयों में खुल गए हैं ऐसी स्थिति में मजबूरन इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करनी पड़ रही है.

Last Updated : Jul 15, 2022, 4:32 PM IST

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