गुमला: केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बीजेपी के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा चलायी गई योजनाओं और उनकी उपलब्धियों को बताने के लिए कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर झारखंड भाजपा संगठन प्रभारी सह राज्यसभा में पार्टी के सचेतक लक्ष्मीकांत बाजपेयी का झारखंड दौरा कर रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने गुमला परिसदन में प्रेस वार्ता की.
ईडी की कार्रवाई में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई अधिकारी लाइन में हैं- लक्ष्मीकांत बाजपेयी
गुमला में लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई में झारखंड के मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारी लाइन में लगे हुए हैं और एक-एककर जेल जाने की तैयारी में हैं.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी कि सरकार में देश में सामान्य जनमानस और गरीबों के लिए जो काम हुए हैं उनको जनता कि चौखट और चूल्हे तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने इस अभियान के लिए विभिन्न आयाम स्थापित किये हैं. संगठन प्रभारी ने कहा कि उन्हें और जम्मू कश्मीर के जितेन्द्र सिंह रैना को चार लोकसभा की सीटें दी गई हैं. 7 से लेकर 10 और 27से 30 जून को लोकसभ क्षेत्रों में जाकर घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान में सहयोग कर जनता तक केंद्र सरकार कि बातों को पहुंचाएंगे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब और अब जब वे प्रधानमंत्री बने है तब भी उनकी चिंता केवल गरीबों के लिए रही है. इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने झारखंड सरकार कि कमियों को गिनाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अपने सुरक्षाकर्मी के हथियार दलालों के यहां बरामद होना लोकतंत्र के लिए घातक है. ईडी की कार्रवाई में मुख्यमंत्री समेत राज्य के सभी वरिष्ठतम अधिकारी लाइन में लगे हुए हैं और एक-एक कर जेल जाने कि तैयारी में हैं.
उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति कर राज्य सरकार स्कूल से हिंदू और राम नाम को हटाने का कूचक्र रच रही है. कोरोना काल में अपने राज्य वासियों की चिंता ना कर बांग्लादेशी घुसपैठियों का सत्कार किया जा रहा था. उन्होंने कहा राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी बहन का निर्वाचित होना मुख्यमंत्री महोदय के लिए पीड़ादायक साबित हुआ है. भाजपा सरकार ने आदिवासियों के संस्कृति इतिहास को बचाने के लिए फिर संकल्पित है. भगवान बिरसा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में समर्पित करना उसी की एक कड़ी है स्थानीय और नियोजन नीति लागू करने में इनकी नियति और नियत साफ नहीं है. राज्य में अराजकता बेरोजगारी का माहौल कायम हो गया है.