गोड्डा:विजयादशमी के मौके पर हर तरफ उत्साह का माहौल है. लेकिन झारखंड में संथाल आदिवासी इस मौके पर गम में रहते हैं, क्योंकि वो महिषासुर को अपना इष्ट मानते हैं. जिनका विजयदशमी के दिन शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा वध कर देती हैं. इसी कारण से विजयादशमी का दिन संथाल परगना के ज्यादातर पूजा पंडालों में संथाल आदिवासी महिषासुर की तलाश में आते हैं और मां दुर्गा से सवाल करते हैं कि उनका राजा महिषासुर कहां है. वे महिषासुर का नाम भी महिषा सोरेन बताते हैं.
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