गोड्डाः जिले के सुंदरपहाड़ी प्रखंड अंतर्गत सूदूरवर्ती पहाड़ी पर पहाड़िया गांव में मलेरिया से कई लोगों के बीमार होने की खबर के बाद जिला स्वास्थ विभाग हरकत के आया है. इसको लेकर 15 चिकित्सीय दल यहां कैंप कर रहा है. इसके साथ ही डीसी और कमिश्नर द्वारा गांव का दौरा भी किया गया.
इसे लेकर संथाल परगना प्रमंडल के आयुक्त लालचंद्र डाडेल में सुंदरपहाड़ी के मलेरिया प्रभावित बड़ा सिंदरी पंचायत के तिलयापडा समेत आस पास के गांव का भ्रमण कर जायजा लिया. इस दौरान गोड्डा से गयी चिकित्सको की टीम भी साथ में थी. गोड्डा डीसी जीशान कमर के निर्देश पर सिविल सर्जन भी स्पेशल टीम भेजी गयी जिसने मलेरिया प्रभावित गांव के पीड़ित मरीजों का सैंपल कलेक्ट किया.
इस दौरान ग्रामीणों को मलेरिया से बचाव के उपाय बताए गए. जिनमें मेडिकेटेड मच्छरदानी और मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल की सलाह दी गयी. साथ क्षेत्र में मलेरिया रोधी उपाय को तेज करने के निर्देश दिया गया. साथ ही बताया गया कि कैसे पास में जलजमाव नहीं होने दें, मलेरिया परजीवी वाली मच्छर ताजा पानी में भी फैलता है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिला में इस वर्ष मलेरिया का एक भी मामला सामने नहीं आया है. ऐसे में सुंदरपहाड़ी के जिस इलाके में इस तरह की बात आई है, स्वास्थ्य विभाग इसे त्तपरता से देख रहा है. गांव में मेडिकल कैंप लगा दिया गया है, साथ ही दवाइयों का वितरण भी किया जा रहा है.
सुंदरपहाड़ी चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है. जिसमे संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया बीमारी फैलती है पहले लक्षण हल्के हो सकते हैं. ज्वार संबंधी बीमारियी के समान और मलेरिया के रूप पहचानना मुश्किल होता है. ऐसे में तुरंत मलेरिया जांच करवाएं. इसमें विलंब से मरीज की जान भी जा सकती है. मलेरिया के लक्षण में बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द और थकान और सांस लेने में कठिनाई मुख्य है. इसके लिए मच्छर से बचाव जरूरी है. सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त जांच व इलाज उपलब्ध है.