गोड्डा: झारखण्ड विधानसभा में उत्कृष्ट सम्मान पाने वाले विधायक जेवीएम नेता प्रदीप यादव को महागठबंधन ने गोड्डा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. झारखंड की राजनीति में प्रदीप यादव एक जाना पहचाना नाम है. प्रदीप यादव गोड्डा के पोड़ैयाहाट से चार बार विधायक भी रह चुके हैं.
प्रदीप यादव का जन्म 16 जनवरी 1966 को गोड्डा के बोहरा गांव में हुआ था. इनके पिता साधारण शिक्षक थे. प्रदीप यादव छात्र राजनीति में शुरुआत से ही सक्रिय रहे हैं, वो अभाविप के सदस्य भी रहे, उसके बाद में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़कर विधायक बने. बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में प्रदीप यादव ग्रामीण विकास मंत्री व अर्जुन मुंडा मंत्री मंडल में उन्हें कल्याण मंत्री का जिम्मेदारी सौंपी गई.
2002 में तत्कालीन सांसद जगदम्बी प्रसाद यादव के निधन होने के बाद हुए उपचुनाव में प्रदीप यादव बीजेपी की टिकट से जीतकर सांसद भी रह चुके हैं. लेकिन 2004 में उन्हें कांग्रेस के फुरकान अंसारी ने पराजित कर दिया. फिर 2009 और 2014 में तीसरे स्थान पर रहे.
अडानी पॉवर प्लांट के विरोध को लेकर प्रदीप यादव काफी चर्चा में रहे थे, जिसमें उन्हें पांच माह तक जेल की हवा भी खानी पड़ी थी, उन्होंने इस मुद्दे को राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बनाया था.
हलांकि गोड्डा में महागठबंधन की तरफ़ से प्रदीप यादव कांग्रेस नेता सह पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के दावेदारी का विरोध भी झेलना पड़ा, जिसके कारण गोड्डा को लेकर महागठबंधन के पेंच काफी समय तक फंसा रहा. विदित को पिछले लोक सभा चुनाव में कांग्रेस को गोड्डा में ही सर्वाधिक मत प्राप्त हुआ हुआ था और वे दूसरे स्थान पर थे।पिछला दो चुनाव jvm के टिकट पर प्रदीप यादव ने जीत दर्ज़ कर विधायक है।