गिरिडीहःजिले के बगोदर प्रखंड में सेना के जवानों की ओर से जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है. देश की रक्षा के साथ-साथ समय निकालकर जवानों ने खुद को समाज सेवा में भी लगा दिया.
जवानों का हाथ समाज सेवा की ओर
देश की रक्षा के साथ-साथ सेना के जवानों का हाथ समाज सेवा की ओर भी बढ़ा रहा है. लॉकडाउन की इस संकट की घड़ी में बगोदर प्रखंड के बेको के रहने वाले सेना के जवान जरूरतमंद और असहायों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण कर रहे हैं. जरूरतमंदों के बीच राहत के तौर पर अनाज का वितरण करने वाले सेना के जवानों में इंडियन एयरफोर्स, आर्मी, सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवान शामिल हैं.
सेवा करने का निर्णय
देश की रक्षा करने की जिम्मेवारी जिन कंधों पर है, उन्हें जब कुछ पल के लिए छुट्टियां मिली तो उन्होंने उस समय को समाज सेवा में लगा दिया. जवानों ने इस लॉकडाउन की घड़ी में जरूरतमंदों की सेवा करने का निर्णय लिया और फिर घूम-घूमकर जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया. इस कार्य में मुख्य रूप से बेको के रहने वाले इंडियन एयर फोर्स के जवान उमाशंकर महतो और आर्मी के जवान मनोज ठाकुर शामिल हैं.
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आर्थिक सहयोग से समाज सेवा
हालांकि, इसी गांव के सेना के अन्य 12 जवानों ने भी उन्हें इस कार्य के लिए आर्थिक सहयोग किया गया है. आर्थिक सहयोग करने वाले सेना के जवानों में आर्मी जवान बालेश्वर यादव, डेगलाल पंडित, संतोष महतो, अमित कुमार, अजय कुमार महतो उर्फ भीम, सीआइएसएफ के जवानों में नीलकमल साव, नारायण साव, सुरेंद्र साव, बीएसएफ के जवान विजय साव, सीआरपीएफ के जवानों में परमेश्वर ठाकुर, मोहम्मद नौशाद और आइटीबीपी के जवान डिलीचंद साव शामिल हैं.
जरूरतमंदों के बीच राहत सामाग्री का वितरण
ये सभी 12 जवान अभी ड्यूटी पर ही तैनात हैं, जबकि उमाशंकर महतो और मनोज ठाकुर फिलहाल घर पर हैं. इस संबंध में इंडियन एयरफोर्स के जवान उमाशंकर महतो ने बताया कि वे छुट्टियां बिताने घर आऐ थे, लेकिन वे और उनके साथी आर्मी के जवान मनोज ठाकुर भी लॉकडाउन में फंस गए. इसके बाद गांव के सभी जवान साथियों ने आपस में संपर्क स्थापित कर लॉकडाउन में फंसे जरूरतमंदों के बीच राहत के तौर पर खाद्य सामग्री मुहैया कराने का निर्णय लिया और इसी कड़ी में अब तक एक सौ से भी अधिक जरूरतमंदों के बीच सेवा भावना के तहत खाद्य सामग्री का वितरण किया जा चुका है.