गिरिडीह: जिले में नक्सलियों के खिलाफ गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ का सर्च अभियान लगातार जारी है. सुरक्षा बलों की एक टीम पीरटांड़-टुंडी और तोपचांची के सीमावर्ती इलाके में एलआरपी कर रही है. टीम कुख्यात नक्सली नुनुचंद को लेकर चली चर्चाओं के बाद से सक्रिय है.
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ का अभियान चल रहा है. अभियान के तहत सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों ने पीरटांड़ प्रखंड के मधुबन-खुखरा थाना इलाके को खंगाला है. इन इलाकों में नक्सली गतिविधियों की जानकारी ली गई है. यह भी पता लगाया गया है कि हाल के दिनों में इनामी नक्सली अनल, अजय या नुनुचंद का दस्ता क्षेत्र में देखा गया है या नहीं. वहीं संगठन के अंदर की जानकारी भी ली गई है. बताया जाता है कि यह अभियान रविवार को भाकपा माओवादी संगठन के सब जोनल कमिटी मेंबर नुनुचंद महतो को लेकर इलाके में चल रही चर्चाओं का बीच तेज किया गया. नुनुचंद के संदर्भ में आवश्यक जानकारी भी पुलिस की टीम इकठ्ठा कर रही है. हालांकि अभियान को लेकर खुखरा-मधुबन थाना की पुलिस कुछ जानकारी नहीं दी है.
गिरिडीह इलाके के कुख्यात नक्सली की तलाश में सुरक्षाबल, हर इन्फॉर्मेशन को किया जा रहा कलेक्ट
गिरिडीह में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ का अभियान चल रहा है. अभियान के तहत सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों ने पीरटांड़ प्रखंड के मधुबन-खुखरा थाना इलाके को खंगाला है. टीम कुख्यात नक्सली नुनुचंद को लेकर चली चर्चाओं के बाद से सक्रिय है.
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बता दें कि गिरिडीह का पारसनाथ इलाका नक्सलियों का सेफ जोन समझा जाता है. इसी क्षेत्र में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमिटी मेंबर (एक करोड़ के इनामी) मिसिर बेसरा, अनल उर्फ पतिराम मांझी, स्पेशल एरिया कमिटी मेंबर अजय महतो, सबजोनल नुनुचंद महतो समेत कई जोनल, सबजोनल, स्पेशल एरिया कमिटी, रीजनल कमिटी के मेंबर रहते हैं. ऐसे में इस इलाके की हर गतिविधि पर पुलिस सक्रिय रहती है.