गिरिडीह:जिला में ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई झड़प मामले को लेकर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी बगोदर प्रखंड के अटका गांव पहुंची. अटका पहुंचकर उन्होंने घटना का जायजा लिया. उसके बाद हजारीबाग रेंज के डीआईजी से मोबाइल के माध्यम से बातचीत करते हुए घटना की जानकारी दी और मामले की एसआईटी जांच की मांग की है. जांच टीम में गिरिडीह पुलिस को शामिल नहीं रखने पर जोर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें:जिला परिषद उम्मीदवार के समर्थकों ने किया रोड जाम, पुनर्मतगणना की मांग
पुलिस पर महिलाओं के साथ बदसलूकी का आरोप:मंत्री अन्नपूर्णा देवी मंगलवार को अटका गांव पहुंची हुई थी. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात की और पिछले दिनों अटका में हुए हंगामा की जानकारी ली. इसके बाद घरों में पुलिस द्वारा बरपाए गए कहर का जायजा लिया. लोगों ने मंत्री के पास पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. ग्रामीणों ने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने घरों में घुसकर उपद्रव किया किया था. घरों में रखे सामानों को न सिर्फ क्षतिग्रस्त किया गया बल्कि महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की गई थी. स्कूल में पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी नहीं बख्शा गया. तीन छात्रों को जेल भेजा गया है. बेकसूर लोगों की भी पिटाई की गई और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने का आरोप भी पुलिस पर लगाया गया.
मंत्री ने की एसआईटी जांच की मांग:मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मौके पर हजारीबाग डीआईजी से मोबाइल पर बातचीत करते हुए अटका की स्थिति और पुलिस के द्वारा बरपाए गए कहर से अवगत कराते हुए मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है. उन्होंने जिला पुलिस पर सवाल उठाते हुए, जांच टीम में गिरिडीह पुलिस को शामिल नहीं करने का अनुरोध किया है. इसके अलावा जांच होने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं किए जाने की मांग भी की गई. मौके पर बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो, गिरिडीह सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, अनुमंडल सांसद प्रतिनिधि सह जिप सदस्य छोटेलाल प्रसाद यादव, भाजपा नेता भूवनेश्वर पटेल, अटका पूर्वी के मुखिया संतोष प्रसाद समेत अन्य उपस्थित थे.
क्या है मामला: बता दें कि बगोदर पश्चिमी भाग जिप सदस्य चुनाव परिणाम के रिकाउंटिंग की मांग को लेकर 2 जून की रात ग्रामीणों ने अटका में रोड जाम किया था. इस दौरान रोड जाम कर रहे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. दोनों ओर से एक-दूसरे पर पथराव और लाठीचार्ज किया गया था. दोनों ओर से हवाई फायरिंग भी की गई थी. मामले में पुलिस ने 56 लोगों को गिरफ्तार भी किया था.