झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

मैथन पॉवर लिमिटेड को सीधे कोयला देने पर ट्रक मालिकों का विरोध, बीजेपी, कांग्रेस, माले ने भी दिखाए तेवर - गिरिडीह में कोयला विवाद

मैथन पॉवर लिमिटेड (Maithon Power Limited, MPL)को कोयला देने के मामले में गिरिडीह में बवाल मच गया है. ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने इसके खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है तो भाजपा, कांग्रेस और भाकपा माले ने इस आंदोलन का समर्थन कर दिया है. अब इस मामले को लेकर स्थिति टकराव की बनती जा रही है.

Maithon Power Limited Truck Owners Association objection to give coal to company
मैथन पॉवर लिमिटेड को कोयला देने का विरोध

By

Published : Aug 19, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Aug 19, 2021, 1:16 PM IST

गिरिडीहःगिरिडीह कोलियरी (giridih colliery)से एमपीएल (मैथन पॉवर लिमिटेड, Maithon Power Limited MPL) को कोयला उठाव की अनुमति मिली है. इस बार एमपीएल को लगभग दो हजार टन कोयला आवंटित किया गया है. जल्द ही एमपीएल को इस कोयला का उठाव करना है, लेकिन इसका विरोध शुरू हो गया है. ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने इसके खिलाफ धरना शुरू कर दिया है. ट्रक ओनर्स के इस विरोध का समर्थन भाजपा, कांग्रेस के अलावा भाकपा माले भी कर रहीं हैं. इससे टकराव की आशंका बन गई है.

ये भी पढ़ें-आम्रपाली प्रोजेक्ट से 83 करोड़ से ज्यादा का कोयला गायब, CBI ने 7 के खिलाफ दर्ज की FIR

एमपीएल के उठाव करने पर दस हजार परिवार होंगे प्रभावित

ट्रक ओनर्स का कहना है कि यहां पर हमेशा ही रोड सेल के कोयले (सड़क मार्ग से परिवहन) का उठाव लोकल ट्रक ही करते हैं. इन ट्रकों में लोडिंग का काम स्थानीय असंगठित मजदूर करते हैं, वहीं ट्रक के चालक, खलासी और मालिक भी स्थानीय हैं. ऐसे में यदि एमपीएल कोयले का उठाव करती है तो 10 हजार से अधिक परिवार सीधे तौर पर प्रभावित होंगे.

देखें पूरी खबर
भाजपा ने किया है समर्थन

इधर राज्य में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने ट्रक ओनर्स के आंदोलन का समर्थन कर दिया है. इसको लेकर भाजपा ने बैठक की है. बाद में ट्रक ओनर्स के धरनास्थल पर जाकर भाजपा नेताओं ने साफ कहा है कि वह एमपीएल के कोयला उठाव का विरोध करेंगे. भाजपा नेताओं ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी कोलियरी आएंगे.

गिरिडीह कोलियरी
होगा आंदोलन: इंटक

कांग्रेस ने भी एमपीएल के कोयला उठाव का विरोध किया है. इंटक नेता एनपी सिंह बुल्लू ने कहा कि ट्रक के माध्यम से होनेवाले सेल से कोलियरी को अधिक मुनाफा मिलता है. इसके बावजूद कम राशि में ही एमपीएल को कोयला उठाव के लिए कोयले का आवंटन किया गया. इससे कोलियरी को नुकसान तो है ही, स्थानीय असंगठित मजदूर, ट्रक के मालिक-चालक खलासी भी सीधे प्रभावित होंगे. इसका विरोध इंटक करेगा. इंटक ने कहा कि जनता के हित को देखते हुए स्थानीय सांसद और विधायक को सामने आना चाहिए. वहीं सीटीओ की व्यवस्था कर कबरीबाद माइंस को भी शुरू कराना चाहिए.

कोयला विवाद को लेकर बैठक
रोजगार पर आघात बर्दाश्त नहीं: भाकपा माले

भाकपा माले के नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा ने भी ट्रक ओनर्स के आंदोलन को समर्थन अपना समर्थन दिया है. दोनों नेता धरने में शामिल हुए. दोनों नेताओं ने कहा कि एमपीएल को कोयला देने का सीसीएल का यह निर्णय, सीसीएल पर निर्भर होकर किसी तरह गुजर कर रहे स्थानीय हजारों लोगों के खिलाफ है. यहां तक कि इससे गिरिडीह सीसीएल का घाटा भी और बढ़ जाएगा. क्योंकि लोकल सेल में कोयला बिकने के रेट से आधे से भी कम रेट में मात्र 1100 रुपये प्रति टन के हिसाब से एमपीएल को कोयला भेजा जाने वाला है.

कोयला विवाद को लेकर बैठक

ये भी पढ़ें-JHARKHAND HIGH COURT: टैगोर जमीन विवाद मामले में अदालत गंभीर, राज्य सरकार को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

दूसरे संगठनों पर साधा निशाना

दोनों नेताओं ने कहा कि लोकल सेल में कोयला बिकने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल जाता है. माले नेताओं ने कहा कि यही कारण है कि पिछले कई दफे जब भी एमपीएल द्वारा यहां कोयला उठाव का निर्णय हुआ तो सब ने इसका विरोध किया. लेकिन हाल के दिनों तक इसके विरोध में रहने वाले कई लोग तथा यूनियन आज एमपीएल के पक्ष में खड़े होकर स्थानीय लोगों के रोजगार के साथ खिलवाड़ करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोग ऐसा नहीं होने देंगे. सीसीएल के इस मनमाने निर्णय का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा, स्थानीय लोगों के रोजगार के साथ खिलवाड़ नहीं चलेगा.

Last Updated : Aug 19, 2021, 1:16 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details