गिरिडीह: जमीन कारोबारी शमशेर आलम का अपहरण हुए तीन दिन बीत गए लेकिन कुछ सुराग नहीं मिल सका है. हालांकि शमशेर की बरामदगी के लिए जिला पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. गिरिडीह एसपी अमित रेणू ने इस कांड के उद्भेदन के लिए विशेष टीम भी बनाया है. तीन डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर के साथ साथ बगोदर, सरिया थाना प्रभारी की टीम को लगाया गया है. टेक्निकल टीम भी अलग से काम कर रही है. जिला पुलिस की टीम जिले के उन सम्भावित ठिकानों में भी खोज कर रही जहां पर अमूमन अपहृत को छिपाए जाने की आशंका है. इसके अलावा हजारीबाग, बोकारो जिले में भी खोजबीन हो रही है. बगोदर से बोकारो तक फैले जंगल में भी तलाशी ली जा रही है.
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अपहरण का कारण
इन सबों के बीच अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि शमशेर आलम का अपहरण के पीछे वजह क्या है. यह भी साफ नहीं हुआ है कि अपहरण जमीन कारोबार में पैदा हुए दुश्मनों ने अंजाम दिया है या किसी पुरानी रंजिश में यह घटना घटी या किसी गिरोह ने फिरौती के लिए अपहरण किया है. यहां बता दें कि मंगलवार को शाम में बंदूक के बल पर बोलेरो एवं बाइक पर सवार अपराधियों ने जमीन कारोबारी शमशेर का अपहरण कर लिया था. जीटी रोड संतुरपी में निर्माणाधीन इमारत के पास शमशेर था, इसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया था.
दूसरी तरफ घटना के बाद से परिजन चिंतित हैं. शमशेर के पिता डा सरफूदीन हक ने बताया कि घटना के दस मिनट पहले वह घटनास्थल पहुंचा था. उसके पूर्व वह गैड़ा स्थित मकान में था. इधर बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह अपहृत शमशेर आलम के परिजनों से मुलाकात किया एवं घटना के संबंध में आवश्यक जानकारी ली है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से शमशेर की सकुशल रिहाई और अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की है. विधायक विनोद सिंह ने कानून व्यवस्था को और भी दुरुस्त करने की मांग रखी.
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