गिरिडीह:स्नेहदीप आश्रम में बुजुर्गों से ठगी मामले (Fraud case in Snehdeep Old Age Home) को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद आश्रम (Snehdeep Old Age Home Giridih) संचालित करने वाली संस्था के पदाधिकारियों ने संज्ञान लिया. संस्था के सचिव मनीष कुमार सिन्हा और पूर्व सचिव राकेश मोदी ने कार्रवाई की बात कही है. इन्होंने कहा कि मामला बेहद गंभीर है. वार्डन अनिता सिंह को फटकार लगाई गई है, साथ ही बुजुर्गों के पैसे लौटाने के लिए वार्डन को समय दिया गया है. पैसे की वापसी के बाद वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने की थी बात: इस संबंध में संस्था के पदाधिकारियों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने बात की थी. इसके बाद संस्था के पदाधिकारियों ने कार्रवाई की बात कही. संस्था के सचिव मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि वार्डन से पूछताछ की गई है. वार्डन ने बुजुर्ग खेसमी देवी और नागेश्वर साव के खाते से पैसे निकालने की बात स्वीकार की है. दो दिनों के अंदर वार्डन को बुजुर्गों के लिये गए पैसे लौटाने का समय दिया गया है. बुजुर्गों के पैसे लौटा देने के बाद वार्डन को बर्खास्त कर दिया जाएगा.
स्नेहदीप आश्रम में बुजुर्गों से ठगी मामले में कार्रवाई, वार्डन को पैसे लौटाने का अल्टीमेटम - Giridih news
गिरिडीह के स्नेहदीप आश्रम में बुजुर्गों से ठगी मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. अब इसका असर हुआ है. खबर प्रकाशित होने के बाद संस्था की ओर से मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की गई है.
कार्रवाई का आश्वासन: संस्था के सचिव ने कहा कि आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ कुशल व्यवहार नहीं करने की शिकायत भी मिली है. संस्था इन शिकायतों को लेकर गंभीर है. पूरी व्यवस्था में सुधार किया जाएगा. वहीं नगर परिषद पूर्व उपाध्यक्ष राकेश मोदी ने कहा कि संस्था के सचिव के द्वारा कार्रवाई को लेकर आश्वस्त किया गया है. कार्रवाई नहीं होने की सूरत में उच्च पदाधिकारियों से बात की जाएगी.
क्या है पूरा मामला:दरअसल, गिरिडीह के स्नेहदीप आश्रम की वार्डन अनिता सिंह द्वारा दो बुजुर्गों के खाते से बहला फुसला कर 38 हजार रुपये की निकासी कारवा लेने का मामला सामने आया था. मामला पब्लिक में आने के बाद एबीवीपी के सदस्यों ने स्नेहदीप आश्रम में जाकर प्रदर्शन किया और दोषी वार्डन को बर्खास्त करने की मांग की थी. खबर को ईटीवी भारत पर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. खबर प्रकाशित होने के बाद संस्था के लोगों ने गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है.