गिरिडीहः जिला में बराकर नदी के तट पर ऋजुबालिका में जैन धर्म का कार्यक्रम चल रहा हैं. इस कार्यक्रम में सूबे के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए लेकिन इस कार्यक्रम में मिडियाकर्मियों की नो इंट्री रही. यहां कार्यक्रम स्थल के अंदर जाने के लिए बनाये गए मुख्य द्वार पर मौजूद निजी सुरक्षा गार्ड ने सभी मीडिया संस्थान के कर्मियों को रोक दिया गया. इनके द्वारा कहा गया कि उनके अधिकारी ने साफ कहा है कि किसी भी मीडियाकर्मी को जाने की इजाजत नहीं हैं. यह कहा गया कि यह कार्यक्रम निजी कार्यक्रम हैं ऐसे में किसी मिडियाकर्मी को जाने की इजाजत नहीं है.
अधिकारियों की बातों की भी अनदेखीः इस दौरान मौके पर मौजूद एसडीपीओ और डीएसपी ने भी निजी सुरक्षा गार्ड को कहा कि मीडिया के लोग है जाने दीजिये पर गार्ड ने साफ कहा कि मीडिया को अंदर जाने की इजाजत नहीं है. यहां पर गार्ड ने कहा कि उनके वरीय ने साफ कहा है कि एक भी मीडियाकर्मी अंदर नहीं आना चाहिए.
कहीं आम रास्ता तो कारण नहींः दरअसल बराकर नदी के तट पर ऋजुबालिका है. यहां नंद प्रभा तीर्थ का काम चल रहा है. इस बीच यहां आम रास्ते को लेकर विवाद भी चलता आ रहा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि आम रास्ते पर बिल्डिंग खड़ी कर दी गई है. इसकी शिकायत भी पूर्व में लगातार की जाती रही. कई बार नापी हुई और रास्ता पर भवन निर्माण का मामला भी पाया गया. इस बीच बाउंड्री की एक दीवार को प्रशासन ने गिरा दिया, बाद में इस मामले को लेकर संस्था न्यायालय चली गई. कहा जा रहा है इसी आम रास्ते को लेकर मीडिया के कर्मियों को अंदर आने की इजाजत नहीं दी जा रही है. इस विषय पर संस्था के लोग कुछ भी जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं. बहरहाल वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ा आम रास्ता का मामला फिर से चर्चा का केंद्र बना हुआ है.