गिरिडीह: तिसरी प्रखंड के पंदनाटांड़ निवासी सगे भाई अंशु और चंदन की हत्या करने और बिहार के खैरा में कंकाल मिलने के बाद से गिरिडीह के साथ-साथ बिहार पुलिस की काफी किरकिरी हुई है. दोनों राज्यों की पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा है. हालांकि इन आरोपों के बीच बिहार पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. वहीं पूरे मामले की गहनता से जांच के लिए एसआईटी भी गठित की गई है. एसआईटी इस कांड के प्रमुख आरोपी पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल को खोज रही लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल सकी है.
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सोने की मूर्ति और नोट की गाड्डियां दिखाकर झांसे में फंसाया था
इस सनसनीखेज मामले की जांच के क्रम के जमुई जिले की पुलिस डीएसपी प्रशांत कुमार, ट्रेनी डीएसपी आदित्य कुमार, एसआई नागेंद्र कुमार और एके आजाद मृतकों के घर पर भी पहुंचे. यहां मृतक चंदन की पत्नी प्रिया देवी और मां अनीता देवी से घटना की जानकारी ली. पुलिस को यह पता चला कि नोट को चार गुना करने का सपना दिखाने वाले पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल से दोनों भाइयों का संपर्क कैसे हुआ था. इस दौरान चंदन की पत्नी प्रिया ने जो बताया वह काफी चौंकाने वाला था.
प्रिया ने बताया कि तीन साल पहले उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे लेकर जमुई के सोनो में पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल से मिलने उसके पति गए थे. उस समय सोने की एक मूर्ति दी गई और कहा गया कि इसे बंद बर्तन में रखें. यहां पीर बाबा के भाई दिवाकर मंडल भी मौजूद थे. इस दौरान ही दोनों ने कहा कि वह चंद दिनों में पैसा को चार गुना कर देगा. यहीं पर पीर बाबा उसके पति को एक कमरे में ले गए. कमरे के अंदर एक बिस्तर पर दो हजार की गड्डियां बिछाकर रखी हुई थी. यही सब दिखाकर उसके पति और देवर को पीर बाबा ने अपने चंगुल में फंसी लिया था.
क्या है पूरा मामला ?