गिरिडीह: पुलिस ने लूट कर लाए गए कार के साथ पांच अपराधियों को दबोचते हुए अंतरराज्यीय वाहन लुटेरा गिरोह का पर्दाफाश किया है. लुटेरे वाहन को बेचने की फिराक में लगे हुए थे कि पुलिस टीम ने सभी को दबोच लिया. सूचना के आधार पर खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवीन सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम देते हुए चार अपराधियों की गिरफ्तारी हीरोडीह थाना क्षेत्र खरियोडीह से की गई है. बताया गया कि अपराधी कोलकाता से भाड़े पर वाहन को बुक कर चले थे. रास्ते में ही ड्राइवर को गाड़ी से नीचे फेंक कर वाहन लूट कर फरार हो गए थे.
संदेह होने पर ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
इस बाबत प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए गिरिडीह एसपी अमित रेणु ने बताया कि 5 अक्टूबर को ग्रामीणों की तरफ से हीरोडीह पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग बिना नंबर की एक कार को खरियोडीह गावं में बेचने का प्रयास कर रहे हैं. दो दिनों से अपराधियों को गाड़ी लेकर घूमते देख ग्रामीणों को संदेह हुआ, जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना के बाद हीरोडीह पुलिस ने खोरीमहुआ एसडीपीओ एवं जमुआ इंस्पेक्टर विनय राम को इस बात से अवगत कराया. पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम के साथ तत्काल खरियोडीह गावं में छापेमारी की ओर लुटे गए वाहन के साथ अपराधियों को पकड़ लिया. गिरफ्तारी के बाद अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने गाड़ी का खोला गया नंबर प्लेट जमुआ थाना क्षेत्र के खरगडीहा के समीप से एक धान के खेत से बरामद किया है.
योजनाबद्ध तरीके से दिया घटना को अंजाम
पुलिसिया पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि 30 सितंबर को मुन्ना कुमार, संजय कुमार और विकास दास योजना बनाकर खोरीमहुआ से भाड़े की गाड़ी से कोलकाता गए थे. 2 अक्टूबर की शाम तीनों अपराधियों ने कैब के माध्यम से कार वाहन को बुक कराकर दुर्गापुर के लिए निकले. इसी क्रम में अपराधियों ने ड्राइवर को रात के समय कब्जे में ले लिया और उसका मोबाइल, पर्स आदि छीन कर उसे गाड़ी से फेंक दिया, जिसके बाद अपराधी कार लेकर गिरिडीह पहुंच गए और वाहन बेचने के लिए खरियोडीह पहुंचे थे.