गिरिडीहः जिले में अवैध पत्थर का कारोबार रुक नहीं रहा है. गुरुवार को धनवार प्रखंड के खिजरसोता और अरगाली में अवैध पत्थर क्रशरों के खिलाफ खोरी महुआ एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई शुरू की गई. इस दौरान 42 पत्थर क्रशरों की कागजात की जांच पडताल की गई, जिसमें अनियमितता मिली. इससे 41 पत्थर क्रशरों के संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
गिरिडीह में अवैध रूप से संचालित 41 पत्थर क्रशरों पर दर्ज की गई प्राथमिकी, एसडीएम के नेतृत्व में की गई कार्रवाई - परसन थाना
गिरिडीह में पत्थर का अवैध कारोबार लगातार चल रहा है. इन कारोबारियों पर कार्रवाई भी की जा रही है. लेकिन पत्थर का अवैध कारोबार रुक नहीं रहा है. अब प्रशासन ने क्रशरों संचालकों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. यही वजह है कि गुरुवार को 41 पत्थर क्रशर संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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दरअसल, इस क्षेत्र में संचालित पत्थर क्रशरों का निरीक्षण के लिए एक जांच टीम का गठन किया गया है, जो खोरी महुआ एसडीएम के नेतृत्व में हैं. इस टीम में जिला खनन पदाधिकारी सतीश कुमार नायक, खोरी महुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो, हजारीबाग प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी चंदन कुमार यादव, जमुआ इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह, परसन ओपी प्रभारी अशोक कुमार आदि शामिल हैं. इस टीम ने 60 पत्थर क्रशरों का निरीक्षण किया और दस्तावेजों की जांच की. इसमें सिर्फ 19 क्रशर ही लाइसेंस लेकर संचालित किया जा रहा है. बाकि 41 क्रशर अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.
डीएमओ ने अवैध क्रेशर संचालकों पर परसन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भी एयर एक्ट और वाटर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि तीन वर्ष पहले 2018 में भी इस क्षेत्र में प्रशासन ने अवैध पत्थर क्रशर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 35 क्रशरों को सील किया था. इसमें कुछ क्रशर संचालकों ने लाइसेंस ले ली. लेकिन कई संचालकों ने सील तोड़ कर क्रशर संचालित कर रहे है. इस कार्रवाई से अवैध क्रेशर संचालकों में हड़कंप मच गया है. एसडीओ ने कहा कि आगे भी अवैध क्रेशर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.