गिरिडीह: लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी अब दूसरे राज्यों के युवाओं को मासिक वेतन पर नौकरी पर रख रहे हैं. इसी तरह माहवारी वेतन पर ठगी करने वाले एक ठग को पुलिस ने पकड़ा है. गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला अंतर्गत खरगूपुर थाना क्षेत्र के झूरीकुआं का रहने वाला है. उसका नाम दीपक वर्मा है. 20 वर्षीय दीपक वर्मा पिछले डेढ़-दो साल से गिरिडीह और देवघर इलाके में रहकर लोगों को फोन करके फंसाता था और जब भी कोई दीपक की बातों में फंस जाता था तो आगे का काम दीपक का बॉस देवघर जिले के बुढ़ई थाना क्षेत्र के झिलुआ निवासी 19 वर्षीय सच्चिदानंद कुमार मंडल करता. इस काम के लिए दीपक को 15 हजार रुपये प्रति माह मिलते थे.
पोषण सखी ट्रैकर ऐप के जरिए लोगों को करता था टारगेट:उत्तर प्रदेश के रहने वाले इस दीपक का काम साइबर बदमाशों ने निर्धारित कर दिया था. दीपक पोषण सखी ट्रैकर ऐप के जरिए गर्भवती महिलाओं के नंबर जुगाड़ता. फिर वह इन नंबरों को सूचीबद्ध करते हुए फोन पर नंबर डायल करता रहता. वह महिलाओं को मातृत्व लाभ का लालच देता है और उन्हें अपनी बातों में फंसाता.
टाइल्स लगाने का काम करता था दीपक:बुधवार को गिरिडीह पुलिस के हत्थे चढ़े दीपक ने पुलिस के सामने अपना पूरा राज उगल दिया है. उसने बताया कि वह उत्तर प्रदेश में टाइल्स लगाने का काम करता था. चूंकि उसकी मौसी का घर देवघर जिले के बुढ़ई थाना क्षेत्र के झिलुआ में है. वह यहां एक शादी समारोह में आया था और तभी उसकी दोस्ती सच्चिदानंद कुमार मंडल से हो गयी. इस दोस्ती के बाद उसे 15,000 रुपये की नौकरी दी गई और वह साइबर अपराध करने लगा.