गिरिडीहः पर्यावरण मंजूरी के अभाव में गिरिडीह कोलियरी से 31 दिसंबर से उत्पादन बंद है. इससे पहले तीन वर्षों पहले कबरीबाद माइंस भी बंद हो गई थी, जो अब तक शुरू नहीं हो पाई है. इसका लाभ चोरों को हो रहा है. यहां से बाइक-साइकिल और बैलगाड़ी से कोयला चोरी कर ले जाया जा रहा है. सोमवार रात को एक बार फिर इसका खुलासा हुआ, जब रात में निरीक्षण की भनक पर कबरीबाद माइंस के अगल-बगल से बाइक पर कोयला लादकर जा रहे लोग भाग निकले.
कबरीबाद माइंस से कोयला चोरी, निरीक्षण करने टीम पहुंची तो भागे चोर
गिरिडीह में बेधड़क कोयला चोरी की जा रही है. इसका एक बार फिर खुलासा हुआ है. पुलिस प्रशासन की टीम सोमवार रात माइंस का निरीक्षण करने कबरीबाद पहुंची तो चोर भाग निकले.
बता दें कि कोयला चोरी की सूचना पर सोमवार रात 11 बजे एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम, परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह दलबल के साथ पहुंचे. इस दौरान घटनास्थल पर कोयला खनन किया जाता मिला. टीम ने कोयला लदी एक बाइक जब्त कर ली है. कबरीबाद के समीप कौन लोग अवैध माइंस चलवा रहे हैं उसकी तलाश की जा रही है. एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी. दूसरी तरफ जमुआ, बेंगाबाद पुलिस द्वारा भी कोयला तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया गया.
यह डंप हो रहा कोयला
यहां बता दें कि गिरिडीह से चोरी किए गए कोयले को बिहार तक ले जाया जाता है. गिरिडीह से सटे जमुई जिले के चकाई थाना इलाके के बेला में कोयला डंप किया जाता है उसके बाद कोयले को मंडियों में भेजा जाता है. इसके अलावा डुमरी प्रखंड से सटे बोकारो जिले के जंगल में भी अवैध रूप से कोयला डंप किया जा रहा है.