गढ़वा: जिले के खरौंधी प्रखंड मुख्यालय के कस्तूरबा गांधी क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए सिसरी गांव का एक नाबालिग मजदूर प्रेमिका से मिलने के लिए फरार हो गया. वह जंगल में अपनी प्रेमिका के साथ रह रहा था और कहीं बाहर भाग जाने की योजना बना रहा था. पुलिस ने दोनों को जंगल से गिरफ्तार कर लिया. वहीं, कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने लड़की को उसके अभिभवकों को सुपुर्द कर दिया. इसके साथ ही नाबालिग मजदूर को बाल सुधार गृह रांची भेज दिया गया.
बता दें कि मुंबई से आये उस नाबालिग मजदूर को 15 मई को खरौंधी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. वहीं, 15 मई को गांव से उसकी प्रेमिका अपने घर से फरार ही गई थी. 17 मई को उक्त मजदूर भी क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हो गया था. दोनों जंगल में रह रहे थे. दोनों को भोजन, कपड़ा और अन्य जरूरी सामान लड़के के घर वाले छुप-छुप कर पहुंचा रहे थे. जबकि लड़की के अभिभावक परेशान थे और उन्होंने थाने में मामला दर्ज करवाया था. वहीं, मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और 9 दिन बाद उन दोनों को जंगल से गिरफ्तार कर लिया. उधर, पंचायत के मुखिया ने भी लड़के के खिलाफ क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागने के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया था.
गढ़वा: प्रेमिका से मिलने क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हुआ था मजदूर, जंगल से हुई गिरफ्तारी - Garhwa police arrested lover and girlfriend from forest
गढ़वा में प्रेमिका से मिलने एक नाबालिग मजदूर क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हो गया था. वो अपने प्रेमिका के साथ जंगल में ही छिपकर रह रहा था. पुलिस ने दोनों को जंगल से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि नाबालिग मजदूर मुंबई से वापस गढ़वा लौटा था.
worker escaped from Quarantine Center to meet his girlfriend in Garhwa
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वहीं, खरौंधी थाना प्रभारी ने कहा कि लड़की बालिग और लड़का नाबालिग है. दोनों मोबाइल से संपर्क में थे. लड़के का कोरोना सैंपल लिया गया था, जो नेगेटिव निकला था. उसे तीन दिन ही क्वॉरेंटाइन में रखने का निर्देश था.