गढ़वा: जिले के मेराल थाना पुलिस ने चार दिन बाद दरोगा सिंह का शव कोयल नदी के किनारे से बरामद किया है. उनकी मौत करंट लगने से हो गई थी और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से गांव के नंदा सिंह और अमेरिका पासवान नाम के व्यक्तियों ने शव को कोयल नदी के किनारे गाड़ दिया था.
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करंट की चपेट में आने से मौत
मिली जानकारी के अनुसार, नंदा सिंह और अमेरिका पासवान नाम के व्यक्ति 12 फरवरी को दरोगा सिंह के साथ कोयल नदी में मछली मारने गए थे. नदी किनारे लगे इलेक्ट्रिक मोटर की मदद से मछली मारने के क्रम में दरोगा सिंह करंट की चपेट में आ गए थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी. इस घटना से नंदा सिंह और अमेरिका पासवान डर गए और शव को झाड़ी में छिपा दी.
शव बरामद
रात में शव को झाड़ी से निकालकर नदी किनारे गाड़ दिया. ग्रामीण उन दोनों से दरोगा के गायब होने की बात पूछते रहे, लेकिन दोनों बहाना बनाते रहे. इसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी, जिससे उग्र ग्रामीणों ने 15 फरवरी को सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने नंदा सिंह और अमेरिका पासवान को हिरासत में ले लिया. पुलिस के सामने उन दोनों की झूठ पकड़ी गई. दोनों ने दरोगा के शव को नदी में गाड़ने की बात कबूल की. उसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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जांच में जुटी पुलिस
मृतक के चाचा महेंद्र सिंह ने कहा कि दरोगा सिंह की हत्या की गई है. उसके साथ गए लोगों ने जानबूझ कर साक्ष्य को छिपाने का प्रयास किया है. मामले में एसडीपीओ बहामन टूटी ने कहा कि शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. आरोपी हिरासत में हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा. फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है.