गढ़वा: लॉकडाउन के दौरान गढ़वा मंडल कारा में जगह की कमी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा था. ऐसी स्थिति में 200 विचाराधीन कैदियों को झारखंड के दूसरे जेलों में भेज दिया गया. कोरोना महामारी के नियंत्रण के बाद ये सारे कैदी फिर से गढ़वा जेल में वापस बुला लिए जाएंगे.
गढ़वा के जेल में नहीं हो रहा था सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, 200 कैदी भेजे गए बाहर
गढ़वा मंडल कारा में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गए हैं. कारा की क्षमता करीब 250 कैदियों को रखने की है, जबकि यहां 500 से भी अधिक कैदी रखे गए हैं. ऐसी स्थिति में 200 विचाराधीन कैदियों को झारखंड के दूसरे जेलों में भेज दिया गया.
बता दें कि गढ़वा मंडल कारा में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गए हैं. कारा की क्षमता करीब 250 कैदियों को रखने की है, जबकि यहां 500 से भी अधिक कैदी रखे गए हैं. कोरोना महामारी को लेकर जेल में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया, जिसमें कई कैदियों को जगह के अभाव में दिक्कत होने लगी. कारा अधीक्षक साकेत बिहारी सिंह ने सरकार को पत्र लिखकर यहां के कैदियों को अन्य जेलों में शिफ्ट कराने की मांग की थी. सरकार ने उनके आवेदन पर 200 कैदियों को दूसरे जेलों में शिफ्ट करने की अनुमति प्रदान कर दी.