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Published : Jul 13, 2021, 9:47 AM IST

Updated : Jul 13, 2021, 12:16 PM IST

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वायरल फीवर जैसे लक्षण दिखने पर क्यों हो जाएं अलर्ट, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

जमशेदपुर के मौसम में तेजी के साथ बदलाव हो रहा है. इससे यहां के लोगों के सामने स्वास्थ्य संबंधी चुनौती पैदा हो गई है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक की सलाह है कि बुखार को हल्के में न लें.

patients of viral fever in jamshedpur
जमशेदपुर में वायरल फीवर के मरीज

जमशेदपुरः मौसम पल-पल बदल रहा है. कभी कहीं धूप होती है तो कभी कहीं बारिश से तापमान गिर जाता है. ऐसे मौसम में अक्सर वायरल फीवर की समस्या बढ़ती है. लेकिन यह दौर कोरोना का भी है, वायरल फीवर और कोरोना के कई लक्षण मिलते हैं. इसलिए वायरल फीवर जैसे लक्षण दिखने पर अलर्ट हो जाएं और डॉक्टर की परामर्श लें. क्योंकि डॉक्टर की मदद से ही दोनों बीमारियों की पहचान संभव है. इधर, जमशेदपुर में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है और लोगों के लापरवाही के भी मामले सामने आ रहे हैं.

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरुण विजय बाखला

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डॉ. अरुण की यह सलाह

इसको लेकर खासमहल सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरुण विजय बाखला ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है. डॉ. बाखला का कहना है कि कोविड-19 के लक्षण, वायरल फीवर से मिलते हैं. इसलिए फीवर को हल्के में ना लें. बुखार आए तो चिकित्सक से परामर्श लें और उसके मुताबिक एहतियात बरतें. ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना किया जा सके.

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कोविड-19 से मिलते हैं लक्षण

डॉ. बाखला का कहना है कि जमशेदपुर के खासमहल सदर अस्पताल में प्रतिदिन 60 से ज्यादा वायरल फीवर के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं, जबकि एमजीएम सरकारी अस्पताल में भी मरीजों की भीड़ देखी जा रही है. चूंकि वायरल फीवर के लक्षण कोविड-19 के लक्षण से भी मिलते हैं, इसलिए खुद दवा शुरू करनी के बजाय डॉक्टर से परामर्श लें.

बरसात के मौसम के कारण बदले हालात

खासमहल स्थित सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरुण विजय बाखला ने बताया कि जमशेदपुर का मौसम अधिकतर गर्म रहता है और वर्तमान में बरसात के मौसम के कारण तापमान में बदलाव होने से वायरल फीवर के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. बुखार सर्दी खांसी बदन दर्द इसका लक्षण हैं. मरीजों को डॉक्टर से मिलकर दवा लेने के साथ एहतिहात बरतने की जरूरत है.

वायरल के वेश में न आ जाए कोरोना


डॉ. बाखला ने लोगों से अपील की कि वायरल फीवर को हल्के में न लें, क्योंकि इसके लक्षण कोविड-19 के लक्षण से मिलते हैं. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मरीज अगर दवा लेने के तीन दिन बाद भी ठीक नहीं होता तो उन्हें कोविड-19 की जांच कराने की जरूरत होगा. वायरल फीवर की दवा खाने के साथ, साथ कोविड की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करना चाहिए. डॉ. बाखला ने आगाह किया कि वायरल फीवर जैसे लक्षण दिखने पर अपने मन मुताबिक या किसी के कहने से मेडिकल स्टोर से दवा लेकर न खाएं. डॉक्टर से जांच कराकर दवा लें, जिससे मरीज जल्द स्वस्थ हो सके और परिवार भी सुरक्षित रहे.

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यह करें और यह न करें

  • डॉ. बाखला ने बताया कि ठंडे पानी का सेवन न करें, हल्का गर्म पानी पीएं. आइसक्रीम, दही खाने से परहेज करें.
  • बाजार से खाने की सामग्री लेकर खाने से परहेज करें.
  • बासी खाना न खाएं, बारिश में न भीगें.
  • तेल-घी मसाले वाले खाने से कुछ दिन परहेज करें.
  • साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.
  • अपनी दिनचर्या को समय के अनुसार नियमित रखें, योग करें.
  • भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें. घर में भी मास्क लगाकर रहें.
  • बुखार अगर कम नहीं हो रहा है तो घबराए नहीं. नजदीक के चिकित्सा केंद्र जाकर डॉक्टर से मिलें और पूरी जानकारी दें.
Last Updated : Jul 13, 2021, 12:16 PM IST

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