जमशेदपुर:टाटानगर स्टेशन से आठ माह की बच्ची को अगवा करने के मामले में रेल पुलिस ने पांच महिला समेत कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में सविता हेंब्रम, रानी कंडियम, मीना देवी, लक्खी देवी, अंजू साव और रंजीत साव शामिल हैं. पकड़े गए सभी आरोपी सरायकेला के गम्हरिया और जमशेदपुर के बागबेड़ा और आसपास के रहने वाले हैं.
14 दिसंबर 2023 को करीब आधी रात के दौरान टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर अपनी मां-पिता के साथ सो रही आठ माह की बच्ची को एक कार पर सवार दो अपराधियों ने अगवा किया था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए टाटानगर रेल पुलिस और आरपीएफ की टीम ने सरायकेला जिले की रहने वाली सविता हेंब्रम के पास से 19 दिसंबर को 8 माह की बच्ची बरामद कर लिया था. इस मामले में सविता हेंब्रम ने पुलिस को काफी गुमराह करने की कोशिश की. लेकिन अनुसंधान के दौरान सच सामने आ आया. पुलिस ने इस मामले में सविता हेंब्रम को गिरफ्तार करते हुए मामले में संलिप्त रानी कंडियन, मंजू साव,रंजीत साव, मीना देवी और अंजू साव को गिरफ्तार किया है.
मामले का खुलासा करते हुए टाटानगर रेल एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी जमशेदपुर और आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं. ये एक गिरोह की तरह काम कर रहे थे. इन्होंने बागबेड़ा और बर्मामाइंस इलाके में भी बच्चा चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में और लोगों की गिरफ्तारी होनी बाकी है. एसपी ने बताया कि जिनके द्वारा बच्ची को देर रात टाटानगर रेलवे स्टेशन से अगवा किया गया उनकी भी पहचान हो गई है. इसके अलावा उस गाड़ी की भी पहचान हो गई है जिससे बच्ची को अगवा किया गया था.
रेल एसपी ने बताया कि ये सभी बच्चों का अगवा करने के बाद जब तक उनकी बिक्री नहीं हो जाती तब तक एक दूसरे के पास बच्चों को रखते थे, इस घटना में भी गिरफ्तार सभी अपराधियों द्वारा हर 2 दिन में बच्चों को अपने पास रखकर ठिकाना लगाने का प्रयास किया जा रहा था, तभी पुलिस को इनकी जानकारी मिल गई.
उन्होंने बताया कि यह एक बहुत बड़ा गिरोह है जो की अंतरराज्यीय स्तर पर काम कर रहा था. गिरोह के सदस्य वैसे बच्चों को निशाना बनाते हैं जो फुटपाथ और खुले जगह में रहने को मजबूर हैं. ऐसे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर उन्हें स्पीडी ट्रायल कर सजा दिलाई जाएगी.