जमशेदपुर: बड़ी सोच बड़े संसाधनों की मोहताज नहीं है. यह बात हमें सिखा रहे हैं TATA Workers Union High School के बच्चे. जमशेदपुर के कदमा में टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी सोच और लगन से बेकार प्लास्टिक बोतलों से स्कूल की दीवार बना न सिर्फ स्कूल परिसर को सुंदर और सुरक्षित बना दिया है. बल्कि इसे Science Park में तब्दील कर अपनी बड़ी सोच का नमूना पेश किया है. टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय में विद्यार्थियों ने इस्तेमाल के बाद फेंक दी गई बोतलों का दोबारा इस्तेमाल कर पर्यावरण संरक्षण की अच्छी पहल की है.
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विद्यार्थियों के साइंस पार्क में आप विज्ञान के गूढ़ विषयों को आसानी से मॉडल के जरिये समझ सकते हैं. बच्चों की यह पहल आसपास चर्चा का विषय बनी हुई है. स्कूल की विज्ञान की शिक्षक शिप्रा मिश्रा ने ईटीवी भारत को बताया कि कोरोना काल के लाॅक डाउन के लंबे अंतराल के बाद जब विद्यालय परिसर खुला तो परिसर में सैकड़ों की संख्या में बेकार प्लास्टिक बॉटल्स बिखरी थीं.
पहले तो प्रबंधन ने इसे बाहर फेंकने का मन बनाया. बाद में सोचा कि इस बोतल का दोबारा उपयोग कर कुछ नया किया जाए. इसके बाद विद्यार्थियों के साथ मिलकर बोतलों को एक जगह एकत्रित किया और 2500 यूज्ड बोतलों से दीवार खड़ी कर दी और 100 मीटर लंबा गार्डन तैयार किया. इसकी फेंसिंग कराई और पार्क में पौधे लगाए . इससे बेकार प्लास्टिक का दोबारा उपयोग कर पर्यावरण के नुकसान को बढ़ाने से रोक लिया.
विद्यार्थियों ने बनाया प्लास्टिक बोतल का मॉडल