जमशेदपुरः जमशेदपुर को झारखंड की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है. यहां के अधिकतर लोग छोटी बड़ी कंपनी में काम करके अपना जीवन यापन व्यतीत करते हैं, लेकिन पिछले 2 महीने से आर्थिक मंदी के कारण यहां की कई कंपनियों में ताला लग गया है. आर्थिक मंदी का असर वाहनों की खरीद बिक्री पर भी हो रहा है.
गौरतलब है कि जिला परिवहन विभाग के कार्यालय से मिले वाहनों के पंजीयन का डाटा देखा जाए, तो पूर्वी सिंहभूम जिले में मंदी का काफी असर दिखता है. इसके कारण विभाग को प्रतिमाह करीब ढाई करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है. मंदी से टाटा मोटर्स जैसी कंपनी भी अछूता नहीं रही. वहीं, मंदी के कारण पूर्वी सिंहभूम जिला में वाहनों की खरीद बिक्री में भी काफी असर देखा जा रहा है.
इस वित्तीय वर्ष वाहनों की खरीद बिक्री दोगुने से भी कम
वित्तीय वर्ष 2017-18 में 58,657 वाहनों की बिक्री हुई है. वहीं, वित्तीय वर्ष 2018-2019 में 79,318 वाहनों की बिक्री हुई है. जबकि इस वित्तीय वर्ष में जुलाई माह तक मात्र 21,477 वाहनों की बिक्री हुई है. बीते जनवरी महीने से वाहनों की बिक्री का आंकड़ा देखा जाए, तो जनवरी में 8,089 वाहनों का पंजीयन हुआ है. जबकि फरवरी में घटकर 4,926, मार्च में 4,446 हो गया है. अप्रैल में 5,545 माह में 5,146 जून में 5,206 और जुलाई में 5,577 वाहनों की बिक्री हुई है. हालांकि दो पहिया वाहनों की बिक्री में इसका असर उतना नहीं पड़ा. वहीं, इस वजह से जिला परिवहन विभाग को प्रति माह से दो से ढाई करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है.
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