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मंदी की मार झेल रही औद्योगिक राजधानी, वाहनों की खरीद बिक्री पर भी पड़ा असर - वाहनों की खरीद बिक्री

जमशेदपुर में देश में आर्थिक मंदी का काफी असर देखने को मिल रहा है. कई कंपनियों में ताला लग गया, तो कई कामगार बेरोजगार हो गए. वाहनों के पंजीयन में भी कमी आई है. टाटा मोटर्स भी इस मंदी से अछूता नहीं रहा.

औद्योगिक नगर जमशेदपुर

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Published : Aug 30, 2019, 11:50 PM IST

जमशेदपुरः जमशेदपुर को झारखंड की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है. यहां के अधिकतर लोग छोटी बड़ी कंपनी में काम करके अपना जीवन यापन व्यतीत करते हैं, लेकिन पिछले 2 महीने से आर्थिक मंदी के कारण यहां की कई कंपनियों में ताला लग गया है. आर्थिक मंदी का असर वाहनों की खरीद बिक्री पर भी हो रहा है.

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गौरतलब है कि जिला परिवहन विभाग के कार्यालय से मिले वाहनों के पंजीयन का डाटा देखा जाए, तो पूर्वी सिंहभूम जिले में मंदी का काफी असर दिखता है. इसके कारण विभाग को प्रतिमाह करीब ढाई करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है. मंदी से टाटा मोटर्स जैसी कंपनी भी अछूता नहीं रही. वहीं, मंदी के कारण पूर्वी सिंहभूम जिला में वाहनों की खरीद बिक्री में भी काफी असर देखा जा रहा है.

इस वित्तीय वर्ष वाहनों की खरीद बिक्री दोगुने से भी कम

वित्तीय वर्ष 2017-18 में 58,657 वाहनों की बिक्री हुई है. वहीं, वित्तीय वर्ष 2018-2019 में 79,318 वाहनों की बिक्री हुई है. जबकि इस वित्तीय वर्ष में जुलाई माह तक मात्र 21,477 वाहनों की बिक्री हुई है. बीते जनवरी महीने से वाहनों की बिक्री का आंकड़ा देखा जाए, तो जनवरी में 8,089 वाहनों का पंजीयन हुआ है. जबकि फरवरी में घटकर 4,926, मार्च में 4,446 हो गया है. अप्रैल में 5,545 माह में 5,146 जून में 5,206 और जुलाई में 5,577 वाहनों की बिक्री हुई है. हालांकि दो पहिया वाहनों की बिक्री में इसका असर उतना नहीं पड़ा. वहीं, इस वजह से जिला परिवहन विभाग को प्रति माह से दो से ढाई करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है.

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बता दें कि कई वाहन विक्रेता इस मामले में कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं, लेकिन अनौपचारिक रूप से उन्होंने स्वीकार किया कि पहले की तुलना में वाहनों की खरीद बिक्री में कमी आई है.

जानकारी अनुसार जून माह में केवल 22 बसों का पंजीयन जिला परिवहन विभाग में हुआ है, जबकि जुलाई माह में यह घटकर 17 हो गया है. इसके अलावा ट्रकों की बिक्री जून माह में 86 हुई है, जबकि जुलाई में 97 ट्रकों का पंजीयन किया गया है. सबसे ज्यादा ट्रकों का पंजीयन इस साल जनवरी में हुआ था. इस दौरान 226 ट्रकों का जिला परिवहन विभाग में निबंधन कराया गया.

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वित्तीय वर्ष - पंजीकृत गाड़ियों की संख्या

  • 2009 -2010 35,957
  • 2010 - 2011 45,288
  • 2011 - 2012 50,987
  • 2012 - 2013 44,402
  • 2013 -2014 45,868
  • 2014 - 2015 51,531
  • 2015 - 2016 59,676
  • 2016 -2017 64,530
  • 2017 -2018 58,652
  • 2018 - 2019 79,318
  • 2019 - जुलाई 21,477

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वित्तीय वर्ष - ड्राइविंग लाईसेंस की संख्या

  • 2009 -2010 47,305
  • 2010 -2011 56,566
  • 2011 -2012 54,549
  • 2012 -2013 43,289
  • 2013 -2014 44,617
  • 2014 -2015 43,243
  • 2015 - 2016 48,862
  • 2016 -2017 48,331
  • 2017 - 2018 46,036
  • 2018 - 2019 43,950
  • 2019 -जुलाई 14,342

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