जमशेदपुर: सिखों की धार्मिक किताब गुरु ग्रंथ साहिब सभी गुरुओं की वाणी का समावेश है. इसलिए हमें विशेष रूप ध्यान रखना चाहिए कि एक-एक शब्द का सही-सही उच्चारण हो, क्योंकि वाणी ही गुरु, गुरु ही वाणी. ये बातें गुरमत समर कैंप के समापन पर हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने प्रतिभागियों से कही. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, रिफ्यूजी कॉलोनी और गुरु तेग बहादुर सेवा दल, जमशेदपुर के सयुंक्त तत्वाधान में चार-दिवसीय गुरमत समर कैंप का आयोजन किया गया था.
जमशेदपुर में गुरुवाणी विचार और अनुशासन पर चर्चा के साथ गुरमत समर कैंप का समापन
जमशेदपुर में आयोजित चार-दिवसीय गुरमत समर कैंप का समापन हो गया. शिविर के अंतिम दिन 110 प्रतिभागी बच्चों ने भाग लिया, जिन्हें अनुशासन का पाठ सिखाया गया. कैंप में विशेष प्रेरक व्याख्यान का आयोजन भी हुआ.
सिखाया गया अनुशासन का पाठ: शिविर के अंतिम व चौथे दिन 110 प्रतिभागी बच्चों ने भाग लिया, जहां प्रतिभागियों को अनुशासन का पाठ भी सिखाया गया. इस दौरान बीबी हरप्रीत कौर ने बताया कि सिख को हमेशा अनुशासित रहना चाहिए. गुरमत अनुशासन ही सफलता की पहली सीढ़ी है, इसके बिना कोई भी सिख सफल नहीं हो सकता. प्रचारक वीर गुरप्रताप सिंह, विवेक सिंह, अकाली दल के जरनैल सिंह, जसवंत सिंह जस्सू और सुखवंत सिंह सुक्खु ने भी बच्चों के बीच गुरमत ज्ञान बांटा.
प्रेरक व्याख्यान का आयोजन:इस कैंप में एक विशेष प्रेरक व्याख्यान का भी आयोजन किया गया था, जिसे बच्चों और बड़ों ने काफी दिलचस्पी के साथ सुना और अमल करने का वादा किया. समापन समारोह के अंत में विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. शिविर में कैंप प्रबंधक के रूप में अवनीत कौर ने अहम भूमिका निभाई, जबकि शिविर को सफल बनाने में परविंदर सिंह, दमनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, इशविन्दर सिंह आदि का सराहनीय योगदान रहा.