दीपावली के लिए ग्रीन पटाखे बने लोगों की पसंद जमशेदपुर:लोगों ने दीपावली की तैयारी पूरी कर ली है. दीपावली के मौके पर मिट्टी के दीये और आकर्षक सजावट के सामान के साथ-साथ पटाखों की खरीदारी भी की जा रही है. वहीं जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर खुले स्थानों पर पटाखों की बिक्री की अनुमति दी है. जिसके बाद पटाखों का बाजार सज गया है और पटाखे खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. पटाखा दुकानों में 5 रुपये से लेकर हजारों रुपये तक के पटाखे उपलब्ध हैं.
यह भी पढ़ें:Dhanteras 2023: बोकारो में धनतेरस बाजार में जमकर हुई खरीदारी, 450 करोड़ के व्यापार का अनुमान
बता दें कि इस साल पटाखों की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन पटाखों के बिना दीपावली अधूरी है. बच्चे अपने परिवार के साथ पटाखे खरीद रहे हैं. वहीं पटाखों से होने वाले प्रदूषण को लेकर भी आम जनता जागरूक है. पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जहां एक ओर सरकार और जिला प्रशासन जागरूकता के लिए कई अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर पटाखों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए झारखंड में सिर्फ 2 घंटे के लिए आतिशबाजी करने की अनुमति दी गई है.
बाजार में डिजाइनर ग्रीन पटाखे:प्रदूषण को देखते हुए इस साल बाजार में डिजाइनर ग्रीन पटाखे उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों को पसंद आ रहे हैं. दुकानदार का कहना है कि ग्रीन पटाखों की मांग अन्य पटाखों से ज्यादा है. ग्रीन पटाखों के डिब्बों पर नया ग्रीन लोगो जारी किया गया है ताकि इसकी पहचान हो सके. प्रदूषण रहित ग्रीन पटाखों की कीमत सामान्य पटाखों के समान ही है. पटाखों की दुकानों में फुलझड़ी से लेकर रॉकेट, अनार और आकाशीय साउंड और अन्य प्रकार के पटाखे उपलब्ध हैं.
ग्राहक भी हरे पटाखे का लोगो देखकर पटाखे खरीद रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि वे दीपावली तो मनाना चाहते हैं लेकिन उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि प्रदूषण न हो और इसके लिए वे ग्रीन पटाखे ही खरीद रहे हैं. हालांकि, रोशनी वाले त्योहार पर दीपावली की मिठाइयों की मिठास को बनाए रखने के लिए पर्यावरण की रक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी है, ताकि आने वाली पीढ़ी प्रदूषण मुक्त वातावरण में दिवाली का भरपूर आनंद ले सके.