जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड में कभी नक्सलियों का काफी आंतक था. नक्सलियों का पनाहगाह कहे जाने वाले इस प्रखंड में अब तस्वीरें बदल चुकी हैं. जिला प्रशासन के अथक प्रयास से यहां नक्सलियों का खात्मा हो चुका है. ग्रामीण आज खेती-बाड़ी कर अपना जीवन यापन काफी अच्छे से व्यतीत कर रहे हैं.
कभी था नक्सलियों के लिए सेफ जॉन
जमशेदपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर चाकुलिया प्रखंड का बडीकानपुर पंचायत जहां 2 साल पहले आम आदमी तो क्या जिला प्रशासन भी जाने से कतराते थे. चारों ओर से पहाड़ों से घिरे यहां के ग्रामीण नक्सलियों के भय से डर के माहौल में अपनी जिंदगी को गुजर बसर कर रहे थे. जानकारी के अनुसार चाकुलिया के कई इलाके बंगाल के बॉर्डर से सटे हैं. यह इलाका नक्सलियों के लिए सेफ जगह हुआ करता था. लेकिन जिला पुलिस के अथक प्रयास से अब वहां नक्सलियों का सफाया हो गया है.
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नक्सलियों से मुक्त होने के बाद, विकास दे रही दस्तक
वहीं, नक्सलियों के सफाया होने से सबसे ज्यादा लाभ यहां के ग्रामीणों को मिला. पहले नक्सली के डर से वे लोग खेती बाड़ी नहीं करते थे. खेती भी करते थे तो उनका आनाज नक्सलियों को देना पड़ता था. यही नहीं नक्सली ग्रामीणों को अपने संगठन से जुड़ने के लिए भी दबाव बनाते थे. जिससे इंकार करने पर ग्रामीणों के साथ मारपीट की जाती थी, लेकिन आज समय बदल गया है. आज यहां ग्रामीण खेती करने लगे हैं. जिसके कारण ग्रामीणों के जीवन में काफी बदलाव आया है. पुरुष या महिला सभी अपने-अपने रोजगार में जुट गए हैं.
जिला प्रशासन ने इन क्षेत्रों के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की है. मनरेगा सहित कई योजना आने से ग्रामीणों को खेती करने में राहत मिली. इस इलाके में प्रशासन का अभी तक का प्रयास काबिल-ए- तारीफ है.