जमशेदपुर: कोरोना महामारी के कारण इस बार नवरात्रि फीकी पड़ गई है. इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही दिखने को मिल रहे हैं. शारदीय नवरात्रि के महाअष्टमी के दिन माता महागौरी की पूजा धूमधाम से मनाई जाती है.
ऐसे तो लौहनगरी जमशेदपुर में दुर्गोत्सव को लेकर एक से बढ़कर एक खूबसूरत पंडालों का निर्माण प्रत्येक वर्ष पूजा कमेटियों की तरफ से किया जाता है. जिसे देखने लाखों की तादाद में मां दुर्गा के भक्त पहुंचते हैं. लेकिन इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण जमशेदपुरवासी अपने घरों में सतर्क नजर आ रहे हैं. दुर्गा पूजा पंडालों में न के बराबर श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है.
पंडालों में विशेष सुविधा
शहर के चर्चित पंडालों में से एक सिदगोड़ा के सिनेमा मैदान में आयोजित दुर्गा पूजा कमिटी की तरफ से पूजा पंडाल में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए विशेष गाइडलाइन जारी किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए पंडालों के बाहरी प्रवेश पर श्रद्धालुओं के खड़े रहने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है. दूसरी और मास्क, हैंड सेनेटाइजर, पंडाल से दस फिट की दूरी पर माता का दर्शन करने के लिए व्यवस्था की गई है.
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मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन
कोरोना महामारी के कहर के कारण राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक शहर में पूजा पंडाल मंडप में एक समय में एक पुजारी के साथ आयोजक और उनके सहयोगी एवं श्रद्धालु मिलाकर कुल 15 लोग मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन कर सकते हैं. पूजा के दौरान प्रसाद, आरती भोग इसकी व्यवस्था नहीं कि गई है. शहर के सभी पूजा पंडाल छोटे रूप में बनाए गए हैं. माता दुर्गा की प्रतिमा चार फीट से लेकर पांच फिट तक रखी गई है. पूजा प्रांगण में एक साथ पांच से ज्यादा लोगों के आने पर प्रवेश वर्जित है. पूजा पंडाल के आसपास लगने वाले मेला को भी इस बार बंद रखा गया है.