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MGM अस्पताल में प्राइवेट एंबुलेंस चालकों की मनमानी आई सामने, उपाधीक्षक ने लगाई फटकार - प्राइवेट एंबुलेंस चालक

कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम में एक बार फिर नया कारनामा देखने को मिला है. यहां मृत व्यक्ति के शव को ले जाने के लिए एम्बुलेंस चालक ने दो हजार रुपए की मांग परिजनों से की. वहीं, दलाली की जानकारी जैसे ही अस्पताल के उपाधीक्षक को चला, उपाधीक्षक ने सभी एंबुलेस चालकों से पूछताछ शुरु की. जिसके बाद खालिद को पकड़ गया और पैसे पर्जनों को वापस कर दिए गए.

Arbitration of private ambulance drivers at MGM hospital surfaced
एमजीएम अस्पताल

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Published : Feb 15, 2020, 9:51 PM IST

जमशेदपुर: शनिवार को एमजीएम अस्पताल परिसर के भीतर प्राइवेट एंबुलेंस की दलाली के मामले का खुलासा हुआ है. खालिद नाम के प्राइवेट एंबुलेंस चालक ने एमजीएम अस्पताल से शव एमजीएम पोस्टमार्टम रुम तक ले जाने के लिए दो हजार रुपए की मांग पीड़ित के परिजनों से की.

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दरसअल, शनिवार को एक युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद अस्पताल परिषर में शव को पोस्मार्टम रुम ले जाने के लिए स्थानीय लोगों ने खालिद नाम के प्राइवेट चालक से पीड़ित के परिजनों से मिलवा दिया था. वहीं, एबुलेंस चालक ने पीड़ित परिवार के लोगों से दो हजार रुपए की मांग की. जिसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने उसे रुपए दे दी.

दलाली की जानकारी जैसे ही अस्पताल के उपाधीक्षक को हुई, उपाधीक्षक ने सभी एंबुलेस चालकों से पूछताछ शुरु की. जिसके बाद खालिद नाम के प्राइवेट चालक को पकड़ा गया. उपाधीक्षक ने चालक से पैसे लेकर पीड़ित परिवार के परिजनों को शौंप दिया. वहीं, उपाधीक्षक ने प्राइवेट एबुलेंस चालक को चेतावनी देते हुए कहा कि दूसरी बार अस्पताल परिषर में पकड़े जाने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

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बता दे कि ये वही प्राइवेट एबुलेंस चालक खालिद खान है. जिसने अलग-अलग दो बयान देकर स्वास्थ्य मंत्री और पत्रकारों को बदनाम किया था. इसी ने स्वास्थ्य मंत्री के अभिंदन समारोह के समय मरीज की मौत की अफवाह उड़ाई थी और स्वास्थ्य मंत्री को बदनाम किया था. जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री का पूरा महकमा देर रात को प्रेस वार्ता में अपना बयान बदल कर पत्रकारों को बदनाम किया था. मगर इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. प्राइवेट चालक सरकारी अस्पताल में आखिर कैसे पीड़ित परिवार के लोगों से मनमाना रुपए वसूली कर रहे हैं.

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