दुमकाः शहर के सभी सार्वजनिक पार्क की हालत खराब हो चुकी है. शहर के बीचोंबीच स्थित चिल्ड्रेन पार्क बिल्कुल उजड़ चुका है, सारे झूले-फव्वारे टूट-फूट गए हैं. मयूराक्षी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र के किनारे शौर्य स्मारक पार्क का निर्माण 5 करोड़ की लागत से कराया गया था. उचित देखरेख के अभाव में इसकी भी स्थिति अच्छी नहीं है. योजना के अनुरूप इस पार्क को डिवेलप ही नहीं किया जा सका है. जिसकी वजह से आज तमाम पार्क की हालत खस्ता हो चुकी है.
सृष्टि पार्क की स्थिति बदतरदुमका शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर कुरुआ पहाड़ के ऊपर बना सृष्टि पार्क कुछ वर्ष पहले तक लोगों के आकर्षण का केंद्र हुआ करता था, काफी रौनक रहती थी, दूरदराज के लोग पहुंचे थे. वर्तमान समय में इसकी भी स्थिति बदहाल हो गई है, पार्क का गार्डन उजड़ गया है, पार्क के अंदर बने स्टैच्यू, झूले और खेलने के अन्य सामान टूट गए हैं. इससे पार्क की सुंदरता बिल्कुल बिगड़ गई है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोगसार्वजनिक पार्कों की बदहाल स्थिति से लोग काफी निराश हैं. उनका कहना है कि यहां के पार्क बिल्कुल बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं. उनकी मांग है कि प्रशासन इस पर आवश्यक पहल करें और जल्द से जल्द इन पार्कों को दुरुस्त कराएं.
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क्या कहती हैं जिला उपायुक्त
सार्वजनिक पार्कों की बदहाल स्थिति के संबंध में दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि हमने भी यह नोटिस किया है कि सार्वजनिक पार्कों की काफी खराब है. कुछ पार्कों को पीपीपी मोड पर दिया गया था, उन्होंने भी इसका मेंटेनेंस सही ढंग से नहीं किया. हमारी नजर इस पर है और जल्द ही पार्कों को दुरुस्त किया जाएगा.
नहीं मिल पा रहे हैं सुकून के पल
पार्क में जाकर लोग कुछ पल सुकून प्राप्त करते हैं लेकिन स्थिति बदहाल होने से लोग पार्क में जाना पसंद नहीं करते. सरकार को अविलंब इस पर ध्यान देना चाहिए और पार्कों को दुरुस्त कर करना चाहिए.