लॉकडाउन में कोलकाता से बस की आवाजाही बंद हुई तो बढ़ गए फल के दाम, सेब हुआ लाल, अनार-नारंगी भी सुर्ख
कोरोना का दुष्प्रभाव आम जनजीवन पर गहराता जा रहा है. इसके चलते लगे लॉकडाउन के कारण कोलकाता से दुमका में बस की आवाजाही बंद हो गई है. इससे ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ गया है. लेकिन फलों के मांग में कमी नहीं आई. नतीजनत दुमका में फलों की कीमत बढ़ गई है.
लॉकडाउन में कोलकाता से बस की आवाजाही बंद हुई तो बढ़ गए फल के दाम
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Published : May 29, 2021, 6:34 PM IST
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Updated : May 29, 2021, 8:44 PM IST
दुमकाःआम जनजीवन पर कोरोना का दुष्प्रभाव गहराता जा रहा है. पिछले दो महीने में तो हालात और बिगड़ गए हैं. इस दौरान दुमका में फलों के मूल्य में काफी वृद्धि हुई है. इससे लोग परेशान हैं, वहीं दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन में वाहनों के परिचालन में दिक्कत हो रही है. इसके चलते दुमका में फलों का परिवहन कार्य प्रभावित हुआ है. इसके अलावा फलों की मांग भी बढ़ गई है. इसकी वजह से मूल्य में बढ़ोतरी हुई है. फल व्यापारियों का कहना है कि हमारे यहां अधिकतर फल कोलकाता से आता है, लेकिन लॉकडाउन से बसों का परिचालन बंद होने से ट्रक बुक कर माल मंगाना पड़ता है जिससे परिवहन खर्च बढ़ जाता है.
इम्युनिटी के लिए फल की मांग दमका के स्थानीय निवासी अमरेंद्र ने बताया कि इस कोरोना काल में खाने-पीने के सामानों के मूल्य में काफी वृद्धि हुई है. खास तौर पर अधिकांश फलों के दाम बढ़ गए हैं. इनकी कीमत इन दिनों आसमान छू रही है. बावजूद इसके मांग में कोई कमी नजर नहीं आ रही. इसकी बड़ी वजह है, डॉक्टर कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी इंप्रूव करने की सलाह दे रहे हैं तो लोग बढ़े मूल्य पर भी फल खरीद कर घर ले जा रहे हैं.
लॉकडाउन में कोलकाता से बस की आवाजाही बंद हुई तो बढ़ गए फल के दाम
दुमका निवासी प्रभुचन्द का कहना है कि अधिकांश फलों के दाम में तेजी है. फलों के दुकानदार भी इसे मानते हैं कि मूल्य में काफी बढ़ोतरी हुई है. फल दुकानदार मो. चांद ने बताया कि जो सेब 2 मार्च को एक सौ रुपये प्रति किलोग्राम था वह अब 200 से 250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. अनार और नारंगी की कीमत 80 से 100 रुपये प्रति किलो है. वहीं कीवी का दाम तो 4 गुना बढ़ गया है. फल दुकानदार अजय कुमार ने बताया कि कीवी प्रति पीस 20 से 80 रुपये में बिक रहा है.
लॉकडाउन में कोलकाता से बस की आवाजाही बंद हुई तो बढ़ गए फल के दाम
आम और लीची के मूल्य नियंत्रित
हालांकि अभी गर्मी के सीजन के कारण आम और लीची का मूल्य नियंत्रित है. आम 50 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम और लीची 80 से 100 तक में बिक रहा है. ड्राई फ्रूट्स के मूल्य 2 माह में 25 से 30% का इजाफा हुआ है. दुकानदार मूल्य वृद्धि की वजह, बढ़ी मांग के साथ लॉकडाउन में बसों का परिचालन बंद होना बताते हैं. वे कहते हैं हमारे लिए नजदीकी बड़ा मार्केट कोलकाता है. इस कोरोना काल से पहले कोलकाता से फल बसों से दुमका आ जाता था, जिससे किराया कम लगता था. अब तो छोटे ट्रकों को बुक कराकर फल बनाते हैं जिससे ट्रांसपोर्टिंग खर्च बढ़ जाता है . ये भी पढ़ें-एक तरफ श्मशान तो दूसरी तरफ कब्रिस्तान, बीच सड़क पर दिखी अजीब आकृति
इम्युनिटी के फेर में मांग अधिक स्थानीय लोगों और व्यापारियों का कहना है कि इस कोरोना काल में अधिकांश लोगों की आमदनी घटी है लेकिन जब बात सेहत से जुड़ी हो तो बढ़े मूल्य की लोग चिंता नहीं करते. इसलिए फलों की मांग भी बढ़ गई है. उनका कहना है मूल्य तो बहुत ज्यादा है पर कोरोना से बचना है तो इम्युनिटी बढ़ाना होगा और इसके लिए फलों का सेवन एक अच्छा विकल्प है. इसलिए खपत बढ़ने से लोग महंगा फल खरीद रहे हैं.